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फर्जी जन्म प्रमाणपत्र केसः मतदाता सूची और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सवाल

भाजपा विधायक अशोक कोरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उठाई उच्चस्तरीय जांच की मांग

रायबरेली. रायबरेली की तहसील सलोन में इन दिनों फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी किए जाने का मामला छाया हुआ है। लगभग 20 हजार से अधिक फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जनसेवा केंद्र से जारी किए गए हैं। जिन लोगों को संबंधित गांवों से जन्म प्रमाणपत्र दिए गए हैं, वह लोग स्थानीय मूल निवासी ही नहीं हैं।

सलोन विधानसभा से भाजपा विधायक अशोक कोरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच एनआईए और एसटीएफ से कराने की मांग की है। 26 जुलाई को सीएम को प्रेषित पत्र में भाजपा विधायक ने बताया कि विधानसभा सलोन में बड़े पैमाने पर फर्जी जन्मप्रमाणपत्र जारी किए गए हैं।

इसकी प्राथमिक जांच में ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव और जन सेवा केंद्र संचालक जीशान खान, उसके पिता रियाज खान व एक अन्य के द्वारा 19 हजार से अधिक फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया है। इस मामले की जानकारी व्यक्तिगत रूप से जिला स्तरीय सभी अधिकारियों को दी गई, जिसके कारण प्राथमिक जांचके बाद वीडीओ समेत चार को जेल भेजा गया।

विधायक ने आगे कहा है कि रायबरेली जनपद में अधिकारियों, कर्मचारियों की मिलीभगत से इस तरह के बहुत से संगठित गिरोह सक्रिय हैं, जो फर्जी प्रमाणपत्र जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट आदि जारी करवाने में संलग्न हो सकते हैं। यह प्रकरण बोगस वोटर से भी जुड़ा हो सकता है। राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है। इसलिए इसकी जांच एनआईए और एसटीएफ से कराई जाए।

आबादी 7500, प्रमाणपत्र 10151 जारी

BJP MLA अशोक कोरी द्वारा रायबरेली जनपद में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र का प्रकरण सामने लाए जाने पर जांच में जो तथ्य सामने आया है, उसके मुताबिक जिनके फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए गए हैं, वह गैर प्रांतों के निवासी बताए जा रहे हैं। सलोन तहसील के ग्राम पंचायत छतोह के मजरा नूरुद्दीनपुर में जालसाजों ने गांव की कुल आबादी से अधिक जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिया। गांव की कुल आबादी 7500 है, जबकि यहां पर 10151 जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए। सीडीओ की जांच रिपोर्ट में पूरा मामला सामने आया है।

सीडीओ कीजांच में स्पष्ट हुआ मामला

विधायक की शिकायत के बाद सीडीओ द्वारा करवाई गई जांच रिपोर्ट के मुताबिक जिस नाम से प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं, उस नाम के लोग गांव में रहते ही नहीं हैं। दरअसल, केरल और कर्नाटक में दो संदिग्धों का जन्म प्रमाणपत्र सलोन में बनाया गया मिला था। इसके बाद यह मामला सामने आया। यह सभी जन्म प्रमाणपत्र ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव की आईडी और पासवर्ड पर बनाए गए हैं। फिलहाल, पुलिस वीडीओ, मोहम्मद जीशान, रियाज खान और सुहेल खान को जेल भेजा जा चुका है।

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