प्रयागराज (आलोक गुप्ता). गंगा का जलस्तर दो दिन सेलगातार बढ़त बनाए हुए है। कल (मंगलवार) की अपेक्षा आज रफतार थोड़ा कम जरूर हुई है, लेकिन बढ़ना जारी है। कल 12 सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से पानी बढ़ रहा था, जबकि आज यह रफ्तार नौ सेमी प्रतिघंटे रिकार्ड की गई है।
सुबह आठ बजे जारी किए गए बुलेटिन के मुताबिक फाफामऊ में मौजूदा जलस्तर 78.62 मीटर है। जबकि छतनाग में 80.91 मीटर है। पिछले 24 घंटे में छतनाग में 213 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ा है। इसी तरह नैनी में 81.66 मीटर जल रिकार्ड किया गया। यहां पर बीते 24 घंटे के दौरान 210 सेमी जलस्तर बढ़ा है।
प्रयागराज के आगे भदोही के सीतामढ़ी घाट पर 76.32 मीटर दर्ज किया गया। यहां पर गंगा का जलस्तर 60 मिमी अर्थात छह सेंटीमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से ऊपर चढ़ रहा है। इसके आगे मिर्जापुर में 73.96 मीटर (खतरे का निशान 77.724 मीटर) दर्ज किया गया।
इसी क्रम में वाराणसी में 68.02 मीटर (खतरे का निशान 71.262 मीटर), गाजीपुर में 60.56 मीटर (खतरे का निशान 63.105 मीटर) और बलिया में 56.78 मीटर (खतरे का निशान 57.615 मीटर) दर्ज किया गया। इन सभी स्थानोंपर गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण कछारी क्षेत्र पूरी तरह से डूब चुके हैं। गंगा के किनारे से दुकानें हटा ली गई हैं। झूंसी-गारापुर मार्ग भी पानी में डूब गया है। इससे कई गांवों का आवागमन रुक गया है। हालांकि, प्रशासन की तरफ से इस रास्ते पर नाव का इंतजाम किया जाता है।
पूरा संगम क्षेत्र जलमग्नहो गया है। पुराने शहर के तटीय इलाकों में यमुना का पानी चढ़ने लगा है। यमुना की सहायक ससुर खदेरी नदी का जलस्तर बढ़ने से कछारी क्षेत्रों में पानी घुस गया।
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