प्रयागराज (आलोक गुप्ता). पहाड़ों में हो रही मूसलाधार बरसात का असर मैदानी क्षेत्र से होकर बहनेवाली नदियों में दिखने लगा है। खासकर उत्तर प्रदेश के उत्तरी, दक्षिणी और मध्य भाग से निकलने वाली नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
छह अगस्त को सुबह जारी किए गए बुलेटिन के मुताबिक प्रयागराज, मिर्जापुर, बनारस, बलिया में गंगा का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। हालांकि, प्रयागराज में फाफामऊ घाट पर गंगा का पानी अभी स्थिर बना हुआ है, लेकिन नैनी, अरैल में जलस्तर तेजी सेबढ़ रहा है।
प्रयागराज के फाफामऊ में गंगा का जलस्तर छह अगस्त को सुबह आठ बजे 78.55 मीटर रिकार्ड किया गया। यहां पर खतरे का निशान 84.734 मीटर पर है। इसी तरह नैनी-अरैल में भी गंगा का जलस्तर 78.78 मीटर रिकार्ड किया गया है। फाफामऊ में जहां जलस्तर स्थिर है तो वहीं नैनी-अरैल में तेजी से बढ़ रहा है।
मंगलवार को दोपहर 12 बजे लिए गए रिकार्ड के मुताबिक फाफामऊ में जलस्तर स्थिर बना हुआ था। पर, छतनाग में चार घंटे के दरम्यान 52 सेंटीमीटर (79.30 मीटर) की बढ़त दर्ज की गई। इसी तरह नैनी यमुना में 80.10 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया, जो पिछले चार घंटे में 54 सेमी बढ़ा।
मिडिल डिवीजन की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर गंगा का जलस्तर 12 सेमी प्रतिघंटे की स्पीड से ऊपर चढ़ रहा है। यही स्थित मिर्जापुर जनपद की है। जहां पर खतरे के निशान (77.724 मीटर) के करीब गंगा का पानी (मौजूदा जलस्तर 76.724 मीटर) पहुंचने लगा है।
वाराणसी में 70.262 मीटर (खतरे का निशान 71.262 मीटर), गाजीपुर में 62.105 मीटर (खतरे का निशान 63.105 मीटर) और बलिया में 56.615 मीटर (खतरे का निशान 57.615 मीटर) रिकार्ड किया गया है।
इसी तरह समीपवर्ती जौनपुर जनपद में गोमती का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। यहां पर खतरे का निशान 74.066 मीटर पर है। जबकि मौजूदा जलस्तर 73.066 मीटर रिकार्ड किया गया है।
महीघाट में गोमती, नरायनपुर में गंगा और अहोरा में जिरगो नदी का जलस्तर लगातार बढ़त बनाए हुए है। भदोही जनपद के सीतामढ़ी घाट पर गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां पर गंगा का जलस्तर 74.36 मीटर रिकार्ड किया गया।
सैदपुर, चुनार में गंगा, चौसा में कर्मनाशा, मेजारोड (प्रयागराज) में टोंस के पानी में बढ़त दर्ज की गई है।