
The live ink desk. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बीते दिनों सेना व आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद एक बार फिर रविवार को आतंकी हमला हुआ है। यह हमला विभिन्न देशों के राजदूतों के काफिले पर किया गया है। इस काफिले में लगभग दर्जनभर देशों के राजदूत सफर कर रहेथे।
आतंकियों ने रिमोट कंट्रोल से नियंत्रित बम के द्वारा काफिले की एक सुरक्षा गाड़ी को निशाना बनाया है। इस हमले में एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई, जबकि पांच घायल बताए जा रहे हैं। इस हमले के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच राजदूतों को इस्लामाबाद भेजा गया।
पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक 12 देशों के राजनयिक का काफिला मलम जब्बा से इस्लामाबाद की तरफ जा रहा था। रास्ते में खैबर पख्तूनख्वा की स्वात घाटी में जहानाबाद के पास इस काफिले पर आतंकियों ने हमला किया।
स्वात केजिला पुलिस अधिकारी जाहिदुल्ला खान के अनुसार, सुरक्षाकर्मियों की एक वैन को टारगेट किया गया। काफिले में शामिल सभी राजनयिक व प्रतितिनिधि मंडल के लोग सुरक्षित हैं। इस काफिले में रूस, वियतनाम, इंडोनेशिया, बोस्निया, इथियोपिया, रवांडा, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान और पुर्तगाल के राजनयिक शामिल थे।
इस हमले में सुरक्षाकर्मी बुरहान की मौत हुई है, जबकि जमीन खान, मोहम्मद खान, हुसैन गुल, अमानुल्लाह और ड्राइवर रहमतुल्लाह घायल हुए हैं। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आसपास के एरिया में घेराबंदी की और जांच शुरू की। इस हमले को लेकर खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने प्रांतीय पुलिस प्रमुख से रिपोर्ट तलब की है।
दूसरी तरफ राष्ट्रपति आसिफ जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा की है। राष्ट्रपति ने कहा, “आतंकवादी न केवल देश और राष्ट्र के बल्कि मानवता के भी दुश्मन हैं।”
यह हमला किस आतंकवादी ग्रुप ने किया, यह स्पष्ट नहीं हो सका और न ही किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सभी राजदूतों ने मिंगोरा में चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वे मालम जब्बा जा रहे थे। इसी दौरान यह हमला हुआ।