रक्तदान करने से न्यून हो जाती है हृदयाघात की आशंकाः डा. नाज फात्मा
विश्व रक्तदान दिवस पर सामाजिक संस्था नाज़ ने निकाली जागरूकता रैली
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). विश्व रक्तदान दिवस (world blood donation day) के मौके पर जनपद में विविध आयोजन हुए। जगह-जगह जागरुकता के कार्यक्रम हुए। इसी क्रम में सामाजिक संस्था नाज के बैनर तले जागरूकता रैली निकाली और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को रक्तदान के महत्व से रुबरु कराया गया।
नाज़ हास्पिटल, नाज़ ब्लड बैंक, रोटरी इलाहाबाद एकेडीमिया, मैक्स चिल्ड्रेन हास्पिटल, आई हास्पिटल के समस्त डाक्टर, नर्स व ब्लड डोनर्स ने रैली के माध्यम से जन जागरुकता अभियान में प्रतिभाग किया। करेली रिद्धी सिद्धी चौराहा, पहलवान चौराहा, मुस्तफा गार्डन के पास रोटरी के सदस्यों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को रक्तदान के फायदे गिनाए।
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डा. नाज़ फात्मा ने कहा, ब्लड मानव शरीर में जीवन का संचार करने वाला तरल पदार्थ है। एक यूनिट ब्लड से कुल तीन जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। रक्तदान को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां फैली हैं, जिसके कारण लोग रक्तदान करने से कतराते हैं, लेकिन सच यह है कि रक्तदान से हृदयाघात की संभावना न्यून हो जाती है। रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता। रक्तदाता का खून रक्तदान करने के पश्चात कुछ मात्रा में पतला हो जाता है, जिससे हृदयाघात का खतरा कम हो जाता है।
डा. नाज फात्मा ने कहा कि शरीर में आक्सीजन ठीक ढ़ंग से सप्लाई होने लगती है। रक्तदान आप के वज़न को कम करने में भी सहायक होता है। इसलिए लोग रक्तदान करने को जागरुक हों। इसी को ध्यान में रखते हुए आज विश्व रक्तदान दिवस पर करेली के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को रैली के माध्यम से जागरुक किया गया।
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डा. विश्वदीप केसरवानी ने कहा, 18 से 65 वर्ष तक का कोई पुरुष या महिला रक्तदान कर सकती है। कहा, रक्तदान करना सबसे बड़ा महादान कहलाता है। पिछले तीन दशक से भी अधिक समय से लगातार रक्तदान करने वाले शाहिद अस्करी ने रैली में शामिल होकर जनमानस को रक्तदान के महत्व समझाया। इस आयोजन में डा. ईशान ज़ैदी, डा. जमशेद अली, डा. हरदीप कौर, डा. आरिफा, डा. काशिफ सिद्दीकी, डा. आज़ाद, डा. जमाल, डा. वसीम, रोटेरियन पूनम रे, रोटेरियन प्रदीप मुखर्जी, तारिक खान, डा. अफ़रोज़ जहां, डा. क़दीर, शम्स तबरेज़, मीना खान, आफरीन खान, डा. फिरोज़, डा. निज़ाम, आफताब अहमद, रोटेरियन शाहिद कमाल खान, मोहम्मद परवेज़, सैय्यद मोहम्मद अस्करी मौजूद रहे।