आज है सांसद Rita Bahuguna Joshi का जन्मदिन, राष्ट्रपति ने भेजा बधाई संदेश
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). 22 जुलाई अर्थात आज प्रयागराज की सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) का जन्मदिन है। सांसद का जन्मदिन जिलेभर में चाहनेवालों और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे गर्मजोशी के साथ मनाया जा रहा है। बधाई संदेश देने वालों का तांता लगा हुआ है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी संसद सदस्य को बधाई संदेश भेजा है और दीर्घायु की कामना की है।
भारतीय जनता पार्टी से सांसद (Member of Parliament) रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा और कमला बहुगुणा की बेटी हैं। 22 जुलाई, 1949 को रीता बहुगुणा का जन्म आगरा में हुआ था। रीता बहुगुणा जोशी ने इतिहास से परास्नातक हैं और पीएचडी भी। पढ़ाई पूरी होने के उपरांत मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफ़ेसर शिक्षण का कार्य किया। रीता जोशी को सांसद और प्रोफेसर के रूप में तो सभी जानते हैं, लेकिन कुछ गिने-चुने लोग ही जानते होंगे कि वह एक अच्छी लेखिका भी हैं। राजनीतिक सफर में आने से पहले उन्होंने इतिहास विषय पर दो किताबें भी लिखीं।
उत्तर प्रदेश में महिलाओं की दुर्दशा को दूर करने के उनके प्रयासों के लिए उन्हें जून, 2001 में थाईलैंड के फिट्सनुलोक में ‘दक्षिण एशिया में सबसे प्रतिष्ठित महिला मेयर’ के रूप में संयुक्त राष्ट्र उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। हमेशा जमीन से जुड़ी रहने वाली सांसद रीता जोशी (Rita Bahuguna Joshi) का जीवन जमीनी लोगों के लिए समर्पित है। अपने संसदीय क्षेत्र में दीदी के रूप में पहचान रखने वाली सांसद रीता जोशी से जो भी मिलता है, वह उनकी सरलता का कायल हो जाता है।
सांसद (Member of Parliament) रीता जोशी के राजनीतिक सफर की बात करें तो 1995 से 2000 तक वह इलाहबाद (अब प्रयागराज) की मेयर रहीं। वह राष्ट्रीय महिला आयोग की उपाध्यक्ष भी रहीं। इसके बाद उन्होंने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस (2003-07) और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (2007-12 तक) का नेतृत्व किया। 2009 में मायावती के खिलाफ टिप्पणी करने पर रीता जोशी को जेल भी जाना पड़ा था।
इस दौरान उन्होंने लोकसभा का दो बार चुनाव लड़ा, जहां उन्हे हार का सामना करना पड़ा, पर उन्होंने हार नहीं मानी। साल 2012 में उन्होंने लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव जीता। इसके बाद वर्ष 2014 में लखनऊ सीट से लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई, हालांकि उन्हे फिर से पराजय झेलनी पड़ी। अक्टूबर, 2016 में उन्होंने मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। 2019 के आम चुनाव में प्रयागराज लोकसभा सीट से रीता जोशी ने 184275 मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह पटेल को हराया था।
साल 2020 में सांसद रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) को दीपावली त्योहार के दौरान एक असहनीय कष्ट भी झेलना पड़ा। जब उनकी छह वर्षीय पोती किया जोशी दीयों से खेलते समय झुलस गई थी और इलाज के दौरान उसे बचाया नहीं जा सका।