खुशियों पर पसरा मातमः फुफेरी बहन समेत नीट क्वालीफाइड छात्र की मौत
बहन के बेटे को दवा दिलाने शंकरगढ़ जा रहा था गौरव सिंह,
ट्रक की चपेट में आने से हुआ हादसा, बाल-बाल बच गया मासूम
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). शनिवार की शाम हुए एक दर्दनाक हादसे में बाइक सवार युवक और उसकी फुफेरी बहन की मौत हो गई। जबकि साथ रहा तीन साल का भांजा हादसे में बाल-बाल बच गया। हादसे के बाद राहगीरों की सूचना पर एसओ शंकरगढ़ मनोज कुमार सिंह पूरी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और सभी घायलों को सीएचसी शंकरगढ़ पहुंचवाया। जहां पर डाक्टर्स ने बाइक सवार व उसकी फुफेरी बहन को मृत घोषित कर दिया। दूसरी तरफ हादसे की खबर लगते ही रोतेबिलखते परिजन भी मौके पर पहुंच गए। समाचार लिखे जाने तक सीएचसी में परिजनों का जमावड़ा लगा हुआ था। पुलिस आगे की विधिक कार्यवाही कर रही थी।
जानकारी के मुताबिक शंकरगढ़ के देवरीबेनी निवासी बालेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। इन दिनों वह उत्तर प्रदेश की डायल-112 में प्रयागराज में स्थित यूनिट में सेवा दे रहे हैं। बालेंद्र सिंह के बेटे गौरव सिंह (23) ने चंद दिन पहले ही नीट का एग्जाम अच्छे नंबरों से क्वालीफाई किया था। गौरव सिंह की सफलता पर घर में खुशियों का माहौल था। घर-परिवार के साथ-साथ रिश्तेदार भी बधाई देने के लिए बालेंद्र सिंह के घर पहुंच रहे थे।
शंकरगढ़ में ईओ चैतन्य कुमार ने संभाला कार्यभार, 22 जून को होगी पहली बैठक |
बाग में सोई महिला की गला रेतकर हत्या, चारपाई पर मिला रक्तरंजित शव |
पढ़ाई में मेधावी रहे गौरव सिंह के चयन पर बधाई देने के लिए फुफेरी बहन नम्रता सिंह उर्फ रेशू (28) पत्नी नारेंद्र सिंह (निवासी चिल्ला, परसौजा, चित्रकूट) भी देवरी बेनी आई थी। शनिवार की नम्रता सिंह के तीन वर्षीय बेटे बिक्कू की तबियत खराब हो गई थी। बेटे बिक्कू के लिए दवा लेने के नम्रता अपने भई गौरव सिंह के साथ शंकरगढ़ बाजार जा रही थी।
शाम तकरीबन छह बजे नारीबारी-शंकरगढ मार्ग पर गौरव सिंह एक साइकिल वाले को बचाने केप्रयास में असंतुलित हो गया और एक ट्रक की चपेट में आ गया। जोरदार टक्कर लगने से दोनों भाई-बहन ट्रक की चपेट में आ गए, जबकि नम्रता की गोद में रहा तीन साल का बिक्कू छिटककर दूर जा गिरा। हादसे के बाद मौके पर कोहराम मच गया। राहगीर मदद के लिए दौड़ पड़े। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गौरव सिंह और नम्रता सिंह को नहीं बचाया जा सका।
तीन साल के बेटे बिक्कू का इलाज जारी है। सीएचसी शंकरगढ़ परिसर में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हादसे की जानकारी मृतका नम्रता के ससुरालियों व मायके पक्ष को दे दी गई है। लोगों के आने की प्रतीक्षा की जा रही है।
O Level & Triple C कंप्यूटर प्रशिक्षण के लिए 30 जून तक करें आवेदन |
उत्साही, नवाचार प्रेमी गौरांग राठी के सपनों पर तामीर होगी ज्ञान की इमारत |