अफ्रीकी देश से होते हुए यूरोपीय देश स्वीडन पहुंचा मंकीपाक्स का एक मामला
The live ink desk. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मंकी पाक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए अफ्रीकी देश कांगो में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की है। मंकी पाक्स (Monkeypox) ने कांगो (DRC) समेत कई अफ्रीकी देशों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
2022 में अब तक 116 देशों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के 99,176 मामले सामने आए हैं। कांगो समेत 13 अफ्रीकी देशों में यह तेजी से फैल रहा है। जहां 14,000 मामले देखे गए इसमें 460 से अधिक मौतें दर्ज की गई। एक अन्य रिपोर्ट में 524 मौतों का दावा किया जा रहा है।
अफ्रीकी देश कांगो के बाद यह बीमारी यूरोपीय देश स्वीडन में प्रवेश कर चुकी है। ताजा मामले में स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अफ्रीका से ही आए हुए एक व्यक्ति के अंदर एमपॉक्स (Monkeypox) के लक्षण मिले हैं। यह अफ्रीका के बाहर इंपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अफ्रीका के कांगो समेत कुछ देश में अपने पांव पसार चुकी एमपॉक्स बीमारी के चलते सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक गंभीर चिंता का विषय बताया है और सभी देशों से गंभीरता से सावधानी बरतने को कहा है।
इस मामले में स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति का इलाज जारी है। डब्ल्यूएचओ ने अफ्रीका के बाहर इस बीमारी के फैलने पर चिंता जाहिर की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेडोस एडनाम ने कहा कि अफ्रीकी देश कांगो में इस बीमारी ने दस्तक देते ही 450 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। एमपॉक्स (Monkeypox), जिसे आमतौर पर मंकीपॉक्स भी कहा जाता है, बीमारी ने दस्तक देकर पूरी दुनिया को चिंतित कर दिया है।
3 Comments