केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से की नये युग के शुरुआत की अपील। कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हर भाषण में किसानों को किया प्रणाम
The live ink desk. केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, स्वतंत्रता के बाद से लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री झंडा फहराते रहे, लेकिन कभी भी किसी सरकार ने किसानों को स्वतंत्रता दिवस पर नहीं बुलाया। क्योंकि, किसान पिछली सरकारों की प्राथमिकता में थे ही नहीं। उन्होंने (चौहान) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी, जिन्होंने किसानों को स्वतंत्रता दिवस पर बुलाया।
शिवराज सिंह चौहान, स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में आमंत्रित किसानों से संवाद और राष्ट्रीय नाशीजीव (कीट) निगरानी प्रणाली (NPSS) के शुभारंभ कार्यक्रम को खिताब कर रहे थे। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर व भागीरथ चौधरी और आईसीएआर के महानिदेशक हिमांशु पाठक भी उपस्थित रहे।
उन्होंने आजादी के दीवानों को नमन करते हुए कहा, आजादी हमें चांदी की तश्तरी में भेंट नहीं की गई। हजारों लोग फाँसी के फंदे पर हँसते-हँसते झूल गए थे। उनके हृदय में दृढ़ संकल्प होता था और वो प्रार्थना करते थे कि हमें पुनः इसी धरती पर जन्म देना, ताकि हम भारत माता के काम आ सकें। हमारे अमर क्रांतिकारी आजादी के तराने गाया करते थे।
हमारे किसान देश के दिलों की धड़कन
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के लिए मरने की नहीं, जीने की आवश्यकता है। आजादी के महोत्सव में देश के गांव-गांव से किसान भाई पधारे हैं। किसान देश की धड़कन हैं और जनता के दिल की धड़कन हैं। किसान जो पैदा करते हैं, उससे सभी के दिल धड़क रहे हैं। किसान हमारे लिए भगवान हैं। हमें अन्नदाता को सुखी और समृद्ध बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब-जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने अपने हर भाषण में किसानों को प्रणाम किया।
नई किस्मों के प्रयोग से बढ़ेगा उत्पादन
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमें उत्पादन बढ़ाना है, उसके लिए बीज जरूरी है। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री ने 109 प्रकार के ज्यादा उपज देने वाले बीज किसानों को समर्पित किए। वैज्ञानिकों के अनुसंधान की जानकारी किसानों को होनी चाहिए। हमारा काम किसानों और वैज्ञानिकों को जोड़ना है। कई बार किसानों को जानकारी नहीं होती, तो वो गलत कीटनाशक का प्रयोग करते हैं, इसकी जानकारी होना जरूरी है।
रेडियो पर शुरू होगा किसानों काकार्यक्रम
विज्ञान का फायदा तुरंत किसानों को मिले, इसके लिए हम महीने में एक दिन किसानों की बात कार्यक्रम शुरू करेंगे। रेडियो पर यह कार्यक्रम होगा, इसमें वैज्ञानिक बैठेंगे, कृषि विभाग के अधिकारी बैठेंगे, मैं भी बैठूँगा और किसानों को जरूरी जानकारी दी जाएगी। कृषि विज्ञान केंद्र को पूरी तरह से किसानों से जोड़ने की जरूरत है। वैज्ञानिक लाभ को तुरंत किसानों तक पहुंचाने का काम होगा। अब जल्दी ही किसानों के बीच चर्चा होगी, विचार विमर्श होगा, जिससे खेती से हम फूड बास्केट बनने का चमत्कार कर सकें।
कृषि बजट बढ़ाकर 1.52 लाख करोड़ किया
चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि किसानों का बजट एक समय 27,000 करोड़ रुपये था। प्रधानमंत्री ने इस बजट को बढ़ाकर 1.52 लाख करोड़ रुपये कर दिया। किसानों को सब्सिडी पर खाद मिलती है। आजकल वो लोग किसानों की बात करते हैं, जिनका खेती से कोई लेना देना ही नहीं है। उन्होंने खेत नहीं देखे, खेत की फसल नहीं देखी, उनको पता ही नहीं कि गेहूं की बाली कैसी होती है।
हर प्रकार की दाल केंद्र सरकार खरीदेगी
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि किसान जितना भी तुअर, मसूर, उड़द उगाएंगे, वो सब सरकार खरीदेगी। पहले तो खरीद ही नहीं होती थी। पुरानी सरकार में दाल की खरीदी केवल छह लाख मीट्रिक टन की गई थी। मोदी सरकार ने 1.70 करोड़ मीट्रिक टन दाल खरीदी। लागत घटाने के प्रयास भी जारी हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अब तक 3.24 लाख करोड़ रुपये दिए गए। पीएम फसल बीमा योजना आज दुनिया की सबसे बड़ी फसल बीमा योजना है। कृषि का विविधीकरण हमें करना है। इससे किसान को ज्यादा फायदा होगा।
मोदी की अगुवाई में करें नये युग की शुरुआत
शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से आग्रह किया कि वे मृदा का स्वास्थ्य ठीक करने के लिए अपने खेत के कुछ हिस्से में प्राकृतिक खेती करें, इसके लिए मिशन बहुत जल्दी आने वाला है। इसकी रूपरेखा बन गई है। FPO और बनने चाहिए। इससे हम कई तरह के काम करके अपनी आय बढ़ा सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से आग्रह किया की वे प्रधानमंती के नेतृत्व में एक नये युग की शुरुआत करें।