सीएचसी कोरांव में लगा गंदगी का अंबार, बाहर से दवा खरीद रहे मरीज
शौचालय, वार्ड और गैलरी में हर तरफ फैली गंदगी, पान के शौकीनों ने बिगाड़ी अस्पताल की सूरत
प्रयागराज (राहुल सिंह). सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोरांव इन दिनों अस्पताल कम कूड़ाघर ज्यादा प्रतीत हो रहा है। पान के शौकीनों ने अस्पताल की सूरत बिगाड़ दी है। इससे भी ज्यादा खराब स्थिति यहां के जिम्मेदारों की है, जो न तो साफ-सफाई पर ध्यान दे रहे हैं और ही यहां की व्यवस्था को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। वैसे, कहने के लिए तो यह सरकारी अस्पताल है, लेकिन मरीजों को दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं। कुल मिलाकर यह अस्पताल रामभरोसे चल रहा है।
यह भी पढ़ेंः मदद चाहिए तो डायल करें 1090, 181, 1076, 112, 1098, 102 और 108
क्षेत्र के बहियारी के रहने वाले संतोष कुमार मौर्य छह अगस्त को सीएचसी कोरांव में अपना इलाज करवाने आए थे। उन्होंने डाक्टरको दिखाया। डाक्टर ने देखने के उपरांत एक छोटी पर्ची में सरकारी दवा लिखी, जिसे अस्पताल की फार्मेसी से लेना था, जबकि अस्पताल के पर्चे पर बाहर से खरीदने केलिए अलग से दवा लिख दी।
संतोष कुमार मौर्य ने बताया कि जब वह मेडिकल स्टोर गए तो उन्हे पता चला कि जितनी की दवाएं बाहर से खरीदनी हैं, उतना तो वहपैसा ही नहीं लाए थे। इस पर वह घर लौटे और पैसे का इंतजाम कर वापस दवा ली। मसला केवल संतोष कुमार मौर्य का नहीं है। गांव-गिरांव से बहुत से गरीब परिवार के लोग सरकारी अस्पताल में निशुल्क इलाज की सुविधा पाने की मंशा से आते हैं, लेकिन यहां पर पर्ची तो एक रुपये की बनती है, लेकिन बाहर से जो दवाएं खरीदनी पड़ती हैं, उनकी कीमत कभी-कभी सैकड़ा तो कभी हजारों में हो जाती है।
यह भी पढ़ेंः हार्ट अटैक से कालीन कंपनी के वाचमैन की मौत
सरकारी अस्पतालों की इस हालत की वजह से ही ज्यादातर ग्रामीण अपने नजदीक के झोलाछाप डाक्टर को ही दिखाना ज्यादा बेहतर समझते हैं, क्योंकि उन्हे वहां भी दवा बाहर सेखरीदनी पड़ती है और सरकारी अस्पताल आने पर भी दवा बाहर से खरीदनी पड़ती है।
दूसरी तरफ सीएचसी कोरांव के शौचालय की हालत ऐसी है कि देखने पर कोई भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं करेगा। अस्पताल की गैलरी में गंदगी फैली रहती है। ऐसा लगता है वार्ड में भी कभी सफाई नहीं होती। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक से संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
यह भी पढ़ेंः अग्निपथ योजनाः प्रयागराज सहित 13 जिलों के अभ्यर्थी तीन सितंबर तक करें आनलाइन आवेदन