The live ink desk. तिरुचिरापल्ली से शारजाह (UAE) जा रहा एयर इंडिया एक्सप्रेस का यात्री विमान IX613 के पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए 144 लोगों की जान बचा ली। दरअसल, तिरुचिरापल्ली से उड़ान भरते ही विमान के हाईड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई।
पायलट ने एटीसी से संपर्क किया। तमाम प्रयासों के बाद एटीसी की तरफ से बेली लैंडिंग की इजाजत दी गई। बावजूद इसके पायलट ने सामान्य लैंडिंग कराई। हालांकि, इस दौरान विमान लगभग दो घंटे हवा में रहा और जहाज का तेल जलाता रहा, ताकि किसी हादसे के दौरान जानमाल का नुकसान कम से कम हो। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को इसकी जानकारी दे दी गई है।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शारजाह जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या IX613 के हाइड्रोलिक में खराबी आ गई। हाइड्रोलिक में खराबी आने के कारण लैंडिंग गियर बंद नहीं हुआ और आपात लैंडिंग की स्वीकृति दी गई।
इसके बाद यह विमान ईंधन जलाने के लिए आकाश में दो घंटे तक गोल-गोल घूमता रहा। इसके बाद त्रिची (तिरुचिरापल्ली) एयरपोर्ट पर इसकी सुरक्षित लैंडिंग पायलट ने कराई। सुरक्षित लैंडिंग के बाद सभी यात्री सुरक्षित रूपसे नीचे उतरे। इमरजेंसी की स्थितियों को देखते हुए एयरपोर्ट पर सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई थीं।
बताया जाता है कि हाइड्रोलिक फेलियर की जानकारी सामने आने के बाद एटीसी की तरफ से बेली लैंडिंग (बिना लैंडिंग गियर के पेट के बल उतरना) की अनुमति दी गई थी। हालांकि, पायलट ने सामान्य लैंडिंग कराई। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
क्या होती है विमान की बेली लैंडिंग
बताते चलें कि बेली लैंडिंगकी इजाजत आपातकालीन परिस्थितियों में दी जाती है। जैसा किइस केस में था। इसीलिए एटीसी की तरफ से बेली लैंडिंग की इजाजत दी गई थी। बेली लैंडिंग के दौरान विमान अपने लैंडिंग गियर को पूरी तरह या आंशिक रूप से खोले बिना ही लैंड करता है। इसे ‘गियर-अप लैंडिंग’ भी कहा जाता है। इस स्थिति में विमान के लैंडिंग गियर पूरी तरह से काम नहीं कर रहे होते हैं या खोले नहीं जा सकते।
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