The live ink desk. साइबर अपराध, वित्तीय धोखाधड़ी, स्पैम काल जैसी समस्याओं से मोबाइल उपभोक्ताओं को निजात दिलाने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) और दूरसंचार विभाग (Dot) ने संचार साथी (https://sancharsathi.gov.in) की मदद से सेवा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाया है। इसके अलावा नेटवर्क उपलब्धता, कॉल ड्रॉप दर और पैकेट ड्रॉप दर के लिए बेंचमार्क को धीरे-धीरे और सख्त किया जा रहा है।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बताया कि संचार साथी की मदद से अब तक एक करोड़ से अधिक फर्जी मोबाइल कनेक्शन काटे गए। ट्राई ने टेलीकॉम ऑपरेटरों को रोबोकॉल और प्री-रिकॉर्डेड कॉल सहित स्पैम कॉल के लिए बल्क कनेक्शन का उपयोग करने वाली इकाइयों को डिस्कनेक्ट और ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश दिया है।
बीते एक पखवाड़े में ऐसे तीन लाख, 50 हजार से अधिक नंबरों को डिस्कनेक्ट कर दिया गया है और 50 संस्थाओं को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है। इसके अलावा चोरी हुए 11,80,266 नंबरों को ब्लाक किया गया। संचार मंत्रालय ने कहा कि दूरसंचार विभाग ने साइबर धोखाधड़ी से लड़ने के लिए नागरिक केंद्रित प्लेटफॉर्म, संचार साथी https://sancharsaathi.gov.in/ लांच किया है।
इस प्लेटफार्म की मदद से एक करोड़ से अधिक फर्जी मोबाइल कनेक्शन बंद करने के साथ-साथ साइबर फ्रॉड में शामिल होने के कारण 2.27 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक किए है।
50 संस्थाओं को काली सूची में डाला गया
स्पैम कॉल के खतरे को रोकने के लिए, ट्राई ने टेलीकॉम ऑपरेटरों को रोबोकॉल और प्री-रिकॉर्डेड कॉल सहित स्पैम कॉल के लिए बल्क कनेक्शन का उपयोग करने वाली इकाइयों को डिस्कनेक्ट और ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश दिया है। 50 संस्थाओं को काली सूची में डाला गया है। इसके अलावा 3.50 लाख असत्यापित एसएमएस और 12 लाख सामग्री टैंपलेट पर रोक लगाई गई।
अप्रैल, 2025 से शुरू होगी मासिक निगरानी
मंत्रालय ने बताया कि नेटवर्क प्रदर्शन में सुधार के लिए नेटवर्क के मापदंडों को और सख्त किया जा रहा है। इस संबंध में ट्राई ने संशोधित नियम ‘एक्सेस सेवा की गुणवत्ता के मानक (वायरलाइन और वायरलेस) और ब्रॉडबैंड (वायरलाइन और वायरलेस) सेवा की गुणवत्ता विनियम, 2024 (2024 का 06)’ जारी किए हैं। ये नियम एक अक्टूबर, 2024 से लागू होंगे और तिमाही आधार के बजाय एक अप्रैल, 2025 से मोबाइल सेवा के क्यूओएस (QoS) प्रदर्शन की मासिक निगरानी शुरू की जाएगी।