हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को झटकाः आनंद शर्मा ने पार्टी की स्टीयरिंग कमेटी के पद से दिया इस्तीफा
नई दिल्ली (the live ink desk). हिमाचल प्रदेश में चुनाव से पहले ही कांग्रेस पार्टी में विवादों का दौर शुरू हो गया है। रविवार को दूसरे पहर कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश इकाई की संचालन समिति के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही जम्मू कश्मीर इकाई के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर यूनिट से इस्तीफा दे दिया था।
राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने अपने इस्तीफे की जानकारी ट्वीट करके साझा की। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा मैं भरे दिल से हिमाचल प्रदेश में चुनाव की संचालन समिति की अध्यक्षता से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं आजीवन कांग्रेस का आदमी रहा हूं और अपनी प्रतिबद्धता पर डटा हूं। आगे उन्होंने लिखा, कांग्रेस की विचारधारा मेरे खून में है, इस बारे में किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए, लेकिन जिस तरह से लोगों को बाहर रखा जा रहा है और उनका अपमान हो रहा है वैसे मैं मेरे जैसे स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए पद छोड़ने के अलावा कोई चारा नहीं है।
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जी-23 समूह के नेता हैं आनंद शर्माः मालूम हो कि गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा उस जी-23 समूह के नेता नेता हैं, जिनका मानना है कि कांग्रेस की बागडोर गांधी परिवार से इतर किसी दूसरे व्यक्ति के हाथ में देनी चाहिए। यही समय की मांग है। उल्लेखनीय है कि साल के आखिर में हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं। इससे कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस को लंबे समय तक कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार रसीद किदवई का मानना है कि इससे कांग्रेस पार्टी की कई कमजोरियों की ओर इशारा करता है और स्पष्ट करता है कि पार्टी में बहुत कुछ ठीक नहीं है।
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1982 में पहली दफा लड़ा था विस चुनावः कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा ने पहली बार साल 1982 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह कई बार राज्यसभा के सदस्य और पार्टी में कई प्रमुख पदों पर रहे हैं। आनंद शर्मा का इस्तीफा हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले आया है। हिमाचल में इसी साल के अंत में चुनाव होने हैं, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। फिलहाल आनंद शर्मा के इस्तीफे के बाद से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में हलचल तेज हो गई है। गुलामनबी आजाद के बाद आनंद शर्मा का इस्तीफा कई कांग्रेसियों के गले नहीं उतर रहा है।