सास-बहू-बेटा सम्मेलनः सवाल-जवाब में श्वेता को प्रथम और सीमा को मिला दूसरा स्थान
परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित कराने केलिए अब सास-बहू के स्थान पर सास-बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अनेकों प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को जनपद के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिविल लाइंस में सास-बेटा-बहू सम्मेलन का आयोजन किया गया। जहां दंपति को परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधन के प्रयोग के फायदे बताए गए। परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को मजबूत बनाने के उद्देश्य से सास-बहू सम्मेलन की जगह अब सास-बहू-बेटा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सवालों का जवाब देकर श्वेता प्रथम और सीमा दूसरे स्थान पर रहीं।
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कार्यक्रम में परिवार नियोजन साधनों का प्रयोग कर रहे दंपति व दूसरे बच्चे के जन्म में उचित अंतर रखने वाले दंपति से प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ अनुपम ने गर्भनिरोधक साधन से जुड़े बारह सवाल किए। बादशाही मंडी की रहने वाली श्वेता साहू पत्नी सौरव साहू ने सभी बारह सवालों के सही जवाब देकर प्रथम स्थान पर रहीं। इसी क्रम में दूसरे स्थान पर बादशाही मंडी की सीमा वर्मा पत्नी राजू वर्मा ने 10 सवालों का सही जवाब देकर दूसरा स्थान प्राप्त किया। प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किए दंपति को डॉ॰ अनुपम ने जागरूक दंपति पुरस्कार देते हुए सम्मानित किया।
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सम्मेलन में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ अनुपम ने बताया कि “नवविवाहित दंपति व परिवार नियोजन के साधनों का प्रयोग कर रहे दंपति व बच्चों में उचित अंतर रखने वाले दंपति इस सम्मेलन का खास हिस्सा रहे। परिवार नियोजन से जुड़े सवाल-जवाब प्रतियोगिता व खेल प्रतियोगिता के माध्यम से इन्हें जागरूक किया गया। उन्हें यह बताया गया कि दो बच्चों के जन्म में पर्याप्त अंतर रखना मां और बच्चे दोनों की बेहतर सेहत के लिए बहुत जरूरी है। जब परिवार पूरा हो जाए तो स्थाई साधन के रूप में नसबंदी का विकल्प चुन सकते हैं।
परिवार नियोजन में पुरूषों की भागीदारी जरूरीः डॉ॰ अनुपम ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरूषों की भागीदारी बहुत आवश्यक है। महिला नसबंदी की अपेक्षा पुरुष नसबंदी अत्यधिक सरल और सुरक्षित है। अधिकांश जिम्मेदारी महिला पर निर्भर रहती है। शासन की मंशा है कि परिवार की जिम्मेदारी पुरुषों की भागीदारी हो। पुरुषों द्वारा आगे आकर परिवार नियोजन के इस कार्यक्रम को अपनाने के लिए आगे आना होगा। पुरुषों के सहयोग के बिना परिवार नियोजन कार्यक्रम को वांछित सफलता नहीं मिल सकती। कार्यक्रम में एएनएम सोनी वर्मा, फार्मसिस्ट ऋचा पांडेय, आशा कार्यकर्ता नीलम साहू, सेखा, ऊषा व आठ दंपति सम्मेलन में उपस्थित रहे।