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अगले सत्र में नहीं होगा ईंट-भट्ठों का संचालनः मिठाईलाल

जीएसटी और कोयले के दामों मं वृद्वि के खिलाफ संघ की प्रादेशिक बैठक में लिया गया निर्णय

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). अखिल भारतीय ईंट निर्माता संघ की ओर से ईंट उत्पादन पर जीएसटी में बढ़ोत्तरी के साथ ही कोयले के दाम में दोगुना से अधिक की गई मूल्य वृद्धि व ईंट भट्ठा संचालकों के प्रति गलत विभागीय नजरिया जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर अगले सत्र से ईंट-भट्ठा संचालन ठप करने का निर्णय लिया गया है। इस परिप्रेक्ष्य में 12 सितंबर से 17 सितंबर तक ईंट की बिक्री न किए जाने का भी निर्णय लिया गया है।

यह जानकारी देते हुए अखिल भारतीय ईंट निर्माता संघ के जिलाध्यक्ष पंडित मिठाईलाल दुबे ने बताया कि उन्होंने भी लखनऊ में हुई प्रादेशिक बैठक में भाग लिया। कहा, ईंट भठ्ठा संचालकों का दोहन किया जा रहा है। उनके साथ भेदभाव वाला नजरिया अपनाया जा रहा है। मनमानी तरीके से जीएसटी दरों के साथ ही कोयले के दामों में वृद्धि की जा रही है, जिसकीवजह से संघ को मजबूरन इस तरह के निर्णय लेने पड़ रहे हैं।

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कहा, पिछले कुछ वर्षों से कभी प्रकृति की मार तो कभी समय पर कोयले की अनुपलब्धता के कारण ईंट-भट्ठा संचालक काफी मुश्किल के दौर से गुजर रहे हैं। मौजूदा परिस्थितियों में ईंट-भट्ठों का सरलतापूर्वक संचालन कर पाना काफी कठिन हो गया है। मिठाईलाल दुबे ने कहा कि शासन और विभागीय स्तर पर जो सहयोग ईंट उद्योग को मिलना चाहिए, वह भी नहीं मिल पा रहा है। स्थिति यह है कि संचालक मिट्टी की खुदाई यदि जेसीबी मशीन से कराता है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो जा रही है।

मिट्टी की खुदाई के लिए श्रमिक भी नहीं मिल पा रहे हैं। ढुलाई पर भी विभाग की टेढ़ी नजर बनी हुई है। ऐसी विकट परिस्थितियों में शासन स्तर से ईंट उद्योग को समयानुसार सहयोग नहीं मिलता है, तो अगले सत्र से ईंट उत्पादन नहीं कर सकते।

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