दक्षिण अमेरिकी देश पेरू को मिली पहली महिला राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कास्टिलो गिरफ्तार
नई दिल्ली (the live ink desk). दक्षिण अमेरिकी देश पेरू (South American country Peru) में बुधवार का दिन राजनीतिक उथल-पुथल से भरा रहा। पेरू को पहली महिला राष्ट्रपति ( first female president) मिली है। वहीं दूसरी तरफ पेरू (Peru) के पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कास्टिलो (Pedro Castillo) की संसद भंग करने की कोशिशों के बीच उनके ऊपर महाभियोग चलाकर उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया है।
इससे पहले बुधवार को ही पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कास्टिलो ने कहा था कि वह संसद को एक असाधारण आपातकालीन सरकार में तब्दील कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को ही उपराष्ट्रपति डीना बोलुआरते (dina boluarte) ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली। वह पेरू की पहली महिला राष्ट्रपति बन गई हैं। यह सब चीजें बहुत ही नाटकीय अंदाज में हुईं।
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फिलहाल सांसदों ने एक आपातकालीन बैठक बुलाकर पेरू के पूर्व राष्ट्रपति कास्टिलो को महाभियोग चलाकर पद से बर्खास्त कर दिया। इसके बाद पेड्रो कास्टिलो को गिरफ्तार (Pedro Castillo arrested) कर लिया गया और उन पर विद्रोही होने का आरोप लगा है। पेरू की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं डीना बोलुआरते पेशे से वकील हैं। उन्होंने कहा वह 2026 जुलाई तक राष्ट्रपति पद पर आसीन रहेंगी। 60 वर्षीय नवनियुक्त राष्ट्रपति डीना बोलुआरते ने कहा वह पूर्व राष्ट्रपति के कार्यकाल के बराबर ही राष्ट्रपति पद पर रहेंगी।
शपथ ग्रहण करने के बाद बोलुआरते ने देश को वर्तमान संकट से निकालने के लिए राजनीतिक शांति समझौता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, मैं पेरू को बचाने के लिए सिर्फ थोड़ा वक्त चाहती हूं। उल्लेखनीय है कि बुधवार को यह सब राजनीतिक सरगर्मी उस समय बढ़ गई, जब पूर्व राष्ट्रपति कास्टिलो ने राष्ट्रीय चैनल पर अपने संबोधन में देश में आपातकाल लगाने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा, वह विपक्षियों के नियंत्रण वाली कांग्रेस को भंग करेंगे। इसके बाद कई मंत्रियों ने इसके विरोध में इस्तीफा देना शुरू कर दिया और देश की सुप्रीम अदालत के प्रमुख ने कास्टिलो पर तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप लगाया।
इसी क्रम में अमेरिका ने भी कास्टिलो से अपना फैसला वापस लेने का अनुरोध किया। इसके बाद पेरू की पुलिस और सेना द्वारा एक साझा बयान जारी किया। बयान में संवैधानिक आदेश के प्रति सशस्त्र बलों ने अपना सम्मान जाहिर किया। विपक्षी पार्टियों ने बुधवार को ही एक आपातकालीन सत्र बुलाकर महाभियोग पर वोटिंग कराई। मालूम हो कि कास्टिलो को पद से हटाने के लिए 101 वोट पड़े, जबकि 5 लोग ही इसके खिलाफ थे। 10 सांसदों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। पद से हटाए जाने के बाद पूर्व राष्ट्रपति कास्टिलो को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। उन पर विद्रोह करने के अलावा कई अन्य धाराएं लगाई गई हैं। फिलहाल राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पेरू को पहली महिला राष्ट्रपति मिल गई है।