कोरोना से निपटने की तैयारीः सीएमओ की अगुवाई में परखी गई व्यवस्था
प्रयागराज में कोरोना के कुल 36 मरीज सक्रिय, होम आइसोलेशन में चल रहा इलाज
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को मॉकड्रिल की गई। इस दौरान कोरोना से निपटने के लिए पूर्व में की गई व्यवस्थाओं को परखा गया। कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रयागराज में भी इसका असर दिख रहा है। यहां अभी तक कोरोना के 36 एक्टिव केस हैं, जिन्हें होम आइसोलेशन में ही रखा गया है।
मरीजों की संख्या बढ़ने पर प्रदेश स्तर पर सरकारी अस्पतालों में मॉकड्रिल हो रहा है। जनपद के नौ अस्पतालों में मॉकड्रिल की गई। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी संबंधित अस्पतालों में पहुंचे।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आशु पांडेय ने बताया कि सभी अस्पतालों के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। तेज बहादुर सप्रू अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहुंचे थे। यहां देखा गया कि अस्पताल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कितना तैयार है, जिसमें सात साल की बच्ची को कोरोना मरीज मानकर उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया। जहां पर तत्काल उसका इलाज शुरू किया गया।
सीएमओ डा. पांडेय ने बताया कि शासन के निर्देशन के क्रम में मॉकड्रिल किया जा रहा है। इसके लिए तेज बहादुर सप्रू (बेली) अस्पताल, स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल, रेलवे चिकित्सालय, युनाइटेड मेडिसिटी चिकित्सालय, कैंटोनमेंट चिकित्सालय अशोक नगर के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (कोटवा बनी, फूलपुर, रामनगर व मांडा) को चिह्नित किया गया। यहां ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन कंसनट्रेंटर की क्रियाशीलता, वेंटीलेटर्स की उपलब्धता एवं क्रियाशीलता, अस्पताल में स्टाफ एवं अन्य उपकरणों के साथ दवाइयों की परख की गई। इस मॉकड्रिल की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी और जो कमिया इस दौरान देखने में आई हैं, उसे तत्काल दुरुस्त करवाया जाएगा। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें।