पूर्वांचल

Bhadohi: बाढ़ प्रभावित परिवारों से मिलने पहुंचीं जिलाधिकारी, पट्टा और आवास देने का निर्देश

जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने सीतामढ़ी के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा, छेछुआ के तीन दर्जन परिवारों को राहत केंद्र भेजा गया

नारायण इंटर कालेज धनतुलसी में बाढ़ प्रभावितों के लिए बनाया गया राहत शिविर, नाश्ता के साथ खाना और दवाओं का पुख्ता इंतजाम

 

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने आज गंगा  में आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और निचले इलाके के तीन दर्जन परिवारों को राहत केंद्र भेजा, साथ ही उक्त परिवारों को आवासीय पट्टा और आवास कालाभ देने का निर्देश संबंधित को दिया।

बाढ़ प्रभावितों के लिए बनाए गए राहत शिविर में खाना, नाश्ता के साथ-साथ दवा, रोशनी इत्यादि के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए नावों का इंतजाम किया गया है। इसके अलावा विभिन्न विभागों के अफसरों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

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जिलाधिकारी ने प्रशासनिक अमले के साथ विकास खंड डीघ के बाढ़ प्रभावित गांव छेछुवा, भुर्रा, इटहरा, रामपुर घाट, कलिक मवौया, सीतामडी, धनतुलसी का भ्रमण किया। अपर जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार मिश्र, तहसीलदार ज्ञानपुर विजय यादव, डीघ बीडीओ, सहायक अभियंता नहर प्रखंड पारितोष के साथ भ्रमण कर भ्रमण पर निकलीं जिलाधिकारी आर्यका आर्यका अखौरी ने बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात की। इस दौरान संभावित बाढ के दृष्टिगत के गंगा नदी के निचले, कटान वाले  क्षेत्र छेछुआ से ढाई सौ आबादी वाले 35 परिवारों को विस्थापित कर बाढ़ चौकी नारायण इंटर कालेज धनतुलसी में शिफ्ट किया गया।

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जिलाधिकारी ने विस्थापित 35 परिवारों को पट्टे की जमीन आवंटित करने का निर्देश दिया और बीडीओ डीघ को उस पर आवास बनवाने का भी निर्देश दिया। इसी तरह इटहरा कटान क्षेत्र के चार परिवारों को भी बाढ़ चौकियों में शिफ्ट किया गया है। संभावित बाढ़ के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी ज्ञानपुर से प्रभावित क्षेत्रों में नाव, राहत शिविरों में आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।

भ्रमण के दौरान ग्राम प्रधान व ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से बताया कि उनकी खेती और उपजाऊ जमीन गंगा में चली गई है। इस पर उन्होंने क्षति का आकलन करने कानिर्देश तहसील प्रशासन को दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रो में बाढ़ राहत चौकियां बनाई गई हैं। सभी बाढ़ चैकियों पर कर्मचारियों की तैनाती की गई है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था की गई है। हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है।

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