अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ न पढ़ाए कनाडाः एस. जयशंकर
The live ink desk. भारतीय विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर प्रसाद (S Jaishankar) ने कनाडा पर जमकर प्रहार किया है। अमेरिकी दौरे में भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि हमें किसी से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ सीखने की जरूरत नहीं है। विदेश मंत्री का इशारा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के परिप्रेक्ष्य में था, जिसमें उन्होंने (Justin Trudeau) खालिस्तानी (Khalistan) समर्थकों के प्रदर्शन के बारे में कहा था कि उनका देश अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करता है।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान डा. एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि हम यहां और कनाडा के लोगों का ध्यान इस बात की और दिलाना चाहता हूं कि हम एक लोकतांत्रिक मुल्क हैं। हमें, दूसरे देशों से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पाठ सीखने की जरूरत नहीं है। हम लोगों को यह कह सकते हैं कि हमारे लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं है कि हिंसा भड़काने पहुंच जाएं। हमारे लिए यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग है।
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विदेश मंत्री S Jaishankar ने कहा, ऐसा करके हम स्वतंत्रता का बचाव नहीं करते। डा. एस. जयशंकर ने कहा, आप सोचिए- अगर भारत के दूतावास, राजनयिक और नागरिकों पर हमला या धमकी जैसी चीज का सामना दूसरे मुल्कों को करना पड़ता तो उनका क्या रिस्पांस होता। कहा कि अभी ऐसा माहौल है कि जहां हमारे दूतावास, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास पर एक तरह से दबाव है, उनके खिलाफ हिंसा का प्रचार हो रहा है। ऐसे माहौल में वह वीजा का काम कर सकते हैं। यह कानून व्यवस्था का विषय है
विदेश मंत्री ने कहा कि वियना कन्वेंशन के तहत प्रत्येक देश की जिम्मेदारी होती है कि वहां के दूतावास और काम करने वालों को सुरक्षा प्रदान की जाए। आप इसे द्विपक्षीय न बनाइए। यह माहौल भारत में नहीं। प्रदर्शन कनाडा में हो रहा है और धमकी भी वहीं दी जा रही है। कनाडा सरकार ((Justin Trudeau)) को इस मसले पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।



