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महर्षि वाल्मीकि न होते तो मर्य़ादा पुरुषोत्तम श्रीराम को कौन जानताः Mohan Bhagwat

महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव में शामिल हुए आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत

वाल्मीकि के साथ-साथ डा. भीमवार अंबेडकर की जयंती पर भी अर्पित किए श्रद्धा के फूल

कानपुर (the live ink desk). तीन दिवसीय कानपुर (Kanpur) प्रवास पर आए आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कहा, यदि महर्षि वाल्मीकि (Maharishi Valmiki) न होते तो राम भी न होते। महर्षि वाल्मीकि ने ही अपने आदिग्रंथ रामायण की रचना की और राम की महिमा से पूरी दुनिया को अवगत कराया। संघचालक मोहन भागवत कानपुर (Kanpur) के नाना राव पार्क में आयोजित महर्षि वाल्मीकि (Maharishi Valmiki) जन्मोत्सव कार्यक्रम को खिताब कर रहे थे। इसके पहले उन्होंने महर्षि वाल्मीकि और संविधान के प्रणेता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर (Babasaheb Bhimrao Ambedkar) की प्रतिमा पर पुष्प अर्पितकर श्रद्धासुमन अर्पित किया।

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महर्षि वाल्मीकि के जन्मोत्सव कार्यक्रम में आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने कहा वाल्मीकि समाज को कर्तव्य और समर्पण की भावना महर्षि वाल्मीकि से सीखनी चाहिए। कहा, वह संघ की शाखाओं में जाएं और स्वयंसेवकों से संपर्क कर देश के उत्थान में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का प्रयास करना चाहिए। संघ प्रमुख ने कहा, अगर बड़ी तादात में दलित समाजके लोग सीधे संघऔर उसकी शाखाओं से जुड़ जाएं तो दलितों के ऐसे कार्यक्रम दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रम में गिना जाएगा।

संघ प्रमुख (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कहा, अगर महार्षि वाल्मीकि रामायण न लिखते तो क्या हमें भगवान श्रीराम के बारे में कुछ भी ज्ञात होता। महर्षि वाल्मीकि को रामायण के लिए नारदजी ने प्रेरित किया था। मोहन भागवत ने कहा, महर्षि वाल्मीकि से संवेदना, समर्पण और कर्तव्य की भावना लोगों को सीखनी होगी।

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कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में समाज को अधिकार देने के लिए कानून स्थापित किया है लेकिन सिर्फ कानून स्थापित करने से ही सब कुछ नहीं होगा। हम सभीके मन में अपने देश, समाज और खुद को आगे ले जाने का संकल्प लेना होगा।

बीएसएसडी कालेज में किया पुस्तक का विमोचनः तीन दिवसीय प्रवास पर आए संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कानपुर के कई अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इसी क्रम में उन्होंने बीएसएसडी (Vikramajit Singh Sanatan Dharma College) कालेज की स्थापना दिवस पर भाग लिया। बतौर चीफ गेस्ट मोहन भागवत ने कालेज की प्रबंध समिति की ओर से बैरिस्टर नरेंद्र सिंह के जीवन पर लिखी गई पुस्तक काविमोचन किया। इस कार्यक्रम में 74 पुर्व शिक्षकों और 73 पुरा छात्रों को सम्मानित भी किया या। कालेज प्रबंध समिति के वीरेंद्र जीत सिंह ने संघ प्रमुख को शाल ओढ़ाकर स्वागत किया।

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