यूपी में तीन दिवसीय आम महोत्सव का आगाज, सीएम ने मलेशिया और जापान भेजे जाने वाले आम के कंटेनर को दिखाई हरी झंडी
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अवध शिल्पग्राम में तीन दिनी आम महोत्सव-2024 का शुभारंभ किया। सीएम ने जापान के लिए आम निर्यात कंटेनर को हरी झंडी दिखाई। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में किसानों, बागवानों और पशुपालकों के हितों के लिए अनेक योजनाएं चलायी जा रही हैं।
सीएम ने कहा, हमारी सामान्य भाषा में जिस फल का नाम आम है, उस फल की विशेषता और उस तक प्रत्येक नागरिक की पहुंच का सहज अनुमान लगाया जा सकता है। वह आम है, इसीलिए वह सबके लिए सुलभ, सरल व उपयोगी है। आम को फलों के राजा के रूप में सबने महत्व दिया है। प्रदेश में विगत 07-08 वर्षों से आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश में उत्पादित आम को देश और दुनिया की बाजारों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
महोत्सव में 700 किस्मों का होगा प्रदर्शन
आम महोत्सव लखनऊ के साथ-साथ देश और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया जाता है। इस महोत्सव में उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि विभिन्न राज्यों से आए हुए किसान और अनेक अन्य संस्थाएं भाग ले रही हैं। आम महोत्सव में प्रदेश व देश के आमों की 700 से अधिक किस्में प्रदर्शित की जाएंगी। यहां पर क्रेता-विक्रेता समागम का आयोजन किया जाएगा। आयात-निर्यात के लिए नए-नए उपक्रम आयोजित होंगे।
पहली बार अमेरिका पहुंचेगा लखनऊ का दशहरी
सीएम ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, इस वर्ष जापान और मलेशिया को 40 टन आम का निर्यात किया जाएगा। पहली बार लखनऊ का दशहरी आम अमेरिका को निर्यात किया गया। प्रदेश में आम का दाम लगभग 40 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच में है, लेकिन जब यह अमेरिका के बाजार में पहुंचेगा तो इसका दाम 900 रुपये प्रति किलो हो जाएगा। विभिन्न शुल्कों एवं कार्गो व एयरफेयर के मूल्य को जोड़ने पर कुल निर्यात खर्च 250 से 300 रुपये तक पहुंचेगा। इसके बावजूद किसान को प्रति किलोग्राम आम पर 600 रुपये की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, यदि आमों की गुणवत्ता को उत्पादन के पहले दिन से ही बनाए रखते हुए कार्य किया जाएगा तो आम का दाम दुनिया में 900 रुपये प्रति किलो प्राप्त होगा। इसके लिए निर्यात की गुणवत्ता, आमों को तोड़ने व पैकिंग के तरीके पर ध्यान देना होगा। गत वर्ष उद्यान विभाग की टीम और लखनऊ व अमरोहा के किसानों ने मास्को जाकर आम महोत्सव का आयोजन किया। वहां से भारी मात्रा में आम का आर्डर प्राप्त हुआ।
अकेले यूपी पैदा करता है 30 फीसदी आम
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में किसानों की सुविधा के लिए जनपद सहारनपुर, अमरोहा, वाराणसी और लखनऊ में पैक हाउस का निर्माण किया गया है। हमें यहां के नागरिकों व बाजारों के साथ-साथ दुनिया के बाजार के लिए भी आम उत्पादित करना है। यह क्षमता हमारे अन्नदाता किसानों व औद्यानिक फसलों से जुड़े हुए बागवानों में है। यही कारण है केवल सवा तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की फसल से प्रदेश में 58 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन होता है। देश के कुल आम उत्पादन का 25 से 30 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है।
पद्मभूषण डा. कृष्णा एम. इल्ला की सराहना
सीएम ने कहा, जब विज्ञान इतना प्रगतिशील नहीं था, तब भी हमारा अन्नदाता किसान नई-नई किस्मों को विकसित करने के लिए तत्पर रहकर कार्य करता था। आम की फसल को कीड़ों आदि से बचाता था। आम की फसलों को नये तरीके से लगाने की तैयारी करता था। आज जब सरकार ने विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन व सुविधाएं देना प्रारंभ किया है, इन परिस्थितियों में इन प्रोत्साहनों व सुविधाओं का लाभ लेते हुए किसानों को स्वयं को तैयार करना होगा। सीएम ने भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष, पद्मभूषण डा. कृष्णा एम. इल्ला का स्वागत करते हुए उनके प्रयासों को सराहा।
उत्पादकों और निर्यातकों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आम उत्पादन में अग्रणी है। हमें बढ़ती हुई आबादी के अनुरूप क्वांटिटी और क्वालिटी को बनाए रखने के लिए लगातार कार्य करना होगा। दुनिया की मार्केट में उत्तर प्रदेश का आम छा जाए, इसके लिए हमें सदैव प्रयासरत रहना होगा। निर्यात की संभावनाएं बढ़ाने के लिए अनेक देशों तक अपनी पहुंच को बनाना पड़ेगा। सीएम ने 10 प्रगतिशील आम उत्पादकों एवं पांच निर्यातकों, प्रसंस्करणकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
आम महोत्सव पर आधारित स्मारिका का विमोचन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उद्यान एवं खाद्य संस्करण विभाग की आम महोत्सव पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया। कार्यक्रम को उद्यान, कृषि विपणन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डा. देवेश चतुर्वेदी और भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष, पद्मभूषण डा. कृष्णा एम. इल्ला ने भी संबोधित किया। मौके पर अपर मुख्य सचिव (उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण) बीएल मीणा, निदेशक डा. विजय बहादुर द्विवेदी, डीएम सूर्यपाल गंगवार मौजूद रहे।