The live ink desk. शनिवार को देर शाम हुई बरसात ने दो प्रतियोगी छात्राओं और एक छात्र की जान ले ली। दो की पहचान केरल और उत्तर प्रदेश निवासी के रूप में हुई, जबकि तीसरी छात्रा की पहचान का प्रयास जारी है। शवों को चीरघर भेज दिया गया है। यह हादसा ओल्ड राजेंद्र नगर में संचालित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के कारण हुआ।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक शनिवार की शाम कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की सूचना होते ही NDRF के साथ-साथ फायर ब्रिगेड को बुलाया गया और रेस्क्यू आपरेशन चलाकर अंदर फंसे छात्र-छात्राओं को बाहर निकाला गया, जिनकी संख्या 14 थी। इसके अलावा तीन शव भी निकाले गए।
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में कुल कितने छात्र फंसे थे, इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं हो पाई है। बेसमेंट में पानी भरने का सिलसिला उस समय शुरू हुआ, जब शाम सात बजे लाइब्रेरी बंद हो रही थी और उसमें पढ़ने के लिए जमा बच्चे बाहर निकल रहेथे, इसी दौरान तेज बहावके साथ पानी अंदर भरने लगा। चूंकि लाइब्रेरी से निकलने के लिए सिर्फ एक ही गेट और सीढ़ी थी, इसलिए छात्र अंदर फंसे रह गए।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी छात्र-छात्राओं के मुताबिक लाइब्रेरी के खाली होने तक उसमें घुटनेभर पानी भर गया था। बहाव इतना तेज था कि सीड़ियों पर चढ़ना मुश्किल हो रहा था। कुछ ही मिनट में बूसे बेसमेंट में 10 फीट से अधिक पानी भर गया, जो किसी के भी डूबने के लिए पर्याप्त था। अंदर फंसे लोगों को बचाने केलिए रस्सी फेंकी गई, लेकिन गंदा पानी होने के कारण यह बच्चों तक पहुंच नहीं पाई।
एक छात्र और दो छात्राओं की हुई मौत
हादसे का शिकार हुए छात्र-छात्राओं मेंदो की पहचान हो गई है। एक छात्र की पहचान शोधछात्र नेविन डाल्विन (28) के रूप में हुई है। वह केरल का निवासी था और आठ माह से सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था। इसके अलावा छात्राओं पहचान तान्या सोनी (25) और श्रेया यादव (25) के रूप में हुई है। श्रेया ने माहभर पहले ही राऊ कोचिंग सेंटर में प्रवेश लिया था। वह यूपी के अंबेडकरनगर के की रहने वाली थी, जबकि तान्या सोनी के बारे में जानकारी की जा रही है।
निकाले जाने तक सात फीट भरा था पानी
फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया कि फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था। सड़क पर जलभराव होने के कारण बेसमेंट से पानी नहीं निकल पा रहा था। सड़क से पानी कम होने पर बेसमेंट से पानी निकलना शुरू हुआ। इसके बाद पंप लगाकर पानी निकाला। बेसमेंट से सभी बच्चों को बाहर निकालने तक बेसमेंट में सात फीट पानी भरा हुआ था। पानी में डेस्क-बेंच भी तैर रही थी, इस वजह से आपरेशन चलाने में खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
मंत्री आतिशी ने दिए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने मुख्य सचिव नरेश कुमार को कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने और छात्रों के फंसने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच करने का आदेश दिया है। फिलहाल के लिए कोचिंग संचालक और कॉर्डिनेटर को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने MCD कमिश्नर को निर्देशित किया है कि उन सभी कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्यवाही की जाए, जिनका संचालन बेसमेंट में किया जा रहा है, यह नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के लिए MCD के जिम्मेदार अधिकारियों की तत्काल जांच होनी चाहिए।