फर्जी आधार कार्ड पर सिम बेचने वाले गिरोह का खुलासाः सरगना समेत तीन गिरफ्तार
कूटरचित आधार कार्ड, छायाप्रति, विभिन्न कंपनियों के सिमकार्ड, मोबाइल, लैपटाप, प्रिंटर और थंब इंप्रेशन मशीन बरामद
भदोही (राजेश मिश्र). ग्राहकों से मिले आधार कार्ड को एडिट करके सिमकार्ड बेचने वाले गिरोह का खुलासा किया गया है। औराई पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सही आधार कार्ड में मामूली फेरबदल करके सिमकार्ड एक्टिव कर बेचने का धंधा कर रहा था।
गिरोह के कब्जे से कई लोगों के कूटरचित आधार कार्ड, विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, मोबाइल फोन, लैपटॉप, प्रिंटर व थंब इंप्रेशन मशीन बरामद हुई है।
उक्त मामले की जानकारी देते हुए एएसपी राजेश भारती ने बताया कि औराई थाने पर इस फर्जीवाड़े की सूचना मिलने पर पुलिस ने टीम ने इस गिरोह पर शिकंजा कसा है। एएसपी ने बताया कि औराई पुलिस के हत्थे चढ़े गिरोह में आकाश बरनवाल पुत्र गिरजेश बरनवाल (वार्ड 14, खमरिया, मझगंवा, औराई), कन्हैयालाल जायसवाल पुत्र भगवान दास जायसवाल (खमरिया, वार्ड तीन, औराई) और संतोष कुमार गुप्ता पुत्र विंध्यवासिनी गुप्ता (हुसैनीपुर, महराजगंज, औराई) शामिल हैं।
इनके कब्जे से आठ कूट रचित आधार कार्ड, 15 फोटोस्टेट, 47 सिमकार्ड, चार मोबाइल, लैपटाप, प्रिंटर और दो थंब इंप्रेशन मशीन बरामद हुई है। तीनों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471 का केस दर्ज किया गया है।
छह साल से चला रहे थे फर्जीवाड़े का धंधाः पूछताछ में आकाश बरनवाल ने बताया कि सिमकार्ड खरीदने वाले लोगों से मिलने वाले आधार कार्ड को कन्हैयालाल जायसवाल की टिकट बुकिंग दुकान पर स्कैन कराकर एडिट कर लेते थे और खुद की फोटो आधार कार्ड पर लगाकर सिम एक्टिव करते थे। सिमकार्ड बेचने का कार्य संतोष कुमार गुप्ता करता था। यह गोरखधंधा पिछले छह साल से अनवरत जारी था। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसआई दिनेश कुमार, एचसीपी गुफरान अहमद, जीतेंद्र भारती, नियामत खां, पंकज झा, धर्मेंद्र प्रताप आदि शामिल रहे।