The live ink desk. थाईलैंड (Thailand) की संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री श्रीथा थविसिन (Sritha Thawisin) को बर्खास्त कर दिया है। प्रधानमंत्री थविसिन पर यह कार्रवाई एक वकील को अपनी कैबिनेट में मंत्री बनाए जाने पर की गई है। जिस वकील को मंत्री बनाया गया था, वह जेल की सजा काटकर बाहर आया था और प्रधानमंत्री ने उसे अपनी कैबिनेट में शामिल कर लिया।
इस पूरे प्रकरण पर थाईलैंड (Thailand) की संवैधानिक कोर्ट ने कहा है कि प्रधानमंत्री थविसिन ने नैतिकता के नियमों का उल्लंघन और नियमों को ताक पर रखकर अवज्ञापूर्ण व्यवहार किया है। थविसिन थाईलैंड के 30वें प्रधानमंत्री थे।
67 साल के थविसिन (Sritha Thawisin) एक साल से भी कम समय तक थाईलैंड के प्रधानमंत्री रहे। थविसिन बीते 16 सालों में थाईलैंड के तीसरे प्रधानमंत्री हैं, जिनको संवैधानिक कोर्ट द्वारा बर्खास्त किया गया है। संवैधानिक अदालत की कार्रवाई पर प्रधानमंत्री थविसिन ने कहा मुझे अपनी ईमानदारी पर पूरा भरोसा है।
मुझे खेद है, लेकिन मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अदालत के फैसले से असहमत हूं। थविसिन की जगह किसी दूसरे व्यक्ति को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाएगा। इसके बाद नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए संसद की बैठक आयोजित की जाएगी।
फिलहाल, संवैधानिक कोर्ट के फैसले से थाईलैंड (Thailand) में राजनीतिक अनिश्चितता की आशंका और बढ़ गई है। थाईलैंड में कई बार सेना द्वारा सरकार का तख्ता पलट हो चुका है। साल 2014 में थाईलैंड में सेना द्वारा तख्ता पलट किया जा चुका है। कुल मिलाकर थाईलैंड में राजनीतिक अस्थिरता का दौर फिर से शुरू हो चुका है।
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