प्रयागराज/हमीरपुर (आलोक गुप्ता). 15 अप्रैल की रात काल्विन हास्पिटल में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या कर देश-विदेश की मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाले हत्यारोपी शनी सिंह का परिवार दहशत में है। हत्यारोपी शनी सिंह के भाई पिंटू सिंह की अपनी आजीविका का साधन रही चाय-समोसे की दुकान भी बंद हो गई है। पिछले सप्ताहभर से पिंटू सिंह का परिवार पुलिसिया पहरे में है। हमीरपुर जनपद के कुरारा थानाध्यक्ष पीके पटेल ने बताया कि सुरक्षा में 10-10 सुरक्षा कर्मियों को शिफ्टवार लगाया जा रहा है। इसके अलावा पिंटू सिंह के परिवार की अन्य आवश्यक जरूरतों को भी पूरा किया जा रहा है।
अतीक अहमद के तीनों हत्यारोपी लवलेश तिवारी, शनी सिंह और अरुण मौर्य बहुत ही साधारण परिवार से आते हैं। रोज कमाने-खाने वाले परिवारों से ताल्लुक रखने वाले इन हत्यारोपियों में हमीरपुर जनपद के कुरारा कस्बा निवासी शनी सिंह के खिलाफ अलग-अलग थानों में 17 मामले पंजीकृत हैं। दो प्रकरण में अदालत से वारंट भी जारी है।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद से पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए शनी सिंह के पैतृक घर पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया। बताया जाता है कि पिछला सप्ताहभर से शनी सिंह के भाई पिंटू सिंह के घर के सामने सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर ऱखी जा रही है। पिंटू सिंह कुरारा में ही चाय-समोसे की दुकान चलाता था, जो बंद हो गई है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से परिवार घर में ही कैद होकर रह गया है। पिंटू सिंह के घर की तरफ आने-जानेवाले रास्तों पर बैरीकेडिंग की गई है।
हत्यारोपी शनि का भाई पिंटू सिंह अपनी पत्नी और दो बेटियों के संग घर में नजरबंद है। पिछले सप्ताहभर से परिवार घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है। भाई की करतूत का खामियाजा भुगत रहा पिंटू सिंह अपनी आजीविका का साधन चाय की दुकान भी नहीं चला पा रहा है। बेटियां स्कूल नहीं जा पा रही हैं।