पूर्वांचल दलित अधिकार मंच ने बारा में किया प्रदर्शन, खेतिहर मजदूरों के लिए मांगी जमीन
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). पूर्वांचल दलित अधिकार मंच के बैनर तले गुरुवार को किसानों ने बारा तहसील प्रांगण में जोरदार प्रदर्शन कर अपने हक की आवाज उठाई। अधिकार मंच के बैनर तले राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी बारा को सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से भूमि और उद्योगों का राष्ट्रीयकरण करने, ग्राम समाज की जमीन पर भूमिहीनों को पट्टा देने, अस्पृश्यता, जातिवाद को समाप्त करने, अंधविश्वास, पाखंड को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने की भी मांग की गई।
यह भी पढ़ेंः कांग्रेस ने मल्लिकार्जुन को बलि का बकरा बनायाः मायावती
अधिकार मंच के संस्थापक अधिवक्ता रामबृज गौतम ने कहा कि यूपी में एससी एसटी के भूमिहीन खेतिहर मजदूरों की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। खेती किसानी में मशीनीकरण को बढ़ावा दिए जाने से मजदूरों की कोई पूछ नहीं रह गई है। खेत खलिहान में मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पेट पालने वाले मजदूर इस समय रोजी रोटी के संकट से जूझ रहा है। सैकड़ों परिवार मुफलिसी के कगार पर हैं और दो वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज हैं।
यह भी पढ़ेंः Statue of Unity पर पीएम मोदी से मिले यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस
अधिवक्ता ने कहा कि खेतिहर मजदूरों के पास अपने परिवार को पालने का और कोई उपाय नहीं है ऐसी स्थिति में भूमि सुधार के तहत ग्रामसभा की ऊसर और बंजर परती और सरकारी जमीन एससी एसटी के भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को आवंटित की जाए उन्होंने कहा कि उनकी यह मांग काफी लंबे समय से लंबित चली आ रही है। एससीएसटी का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए भी सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। लेखपाल भी मौके के आधार पर फसलों में अनुसूचित जाति की आबादी दर्ज ही नहीं करते। इसलिए अभियान चलाकर एससी एसटी के भूमिहीन मजदूरों को कृषि और आवासीय भूमि प्रदान की जाए। इस मौके पर तमाम मजदूर मौजूद रहे।