…पानी परात को हाथ छुयो नंहि, नैनन के जल से पग धोए
कनकनगर में आयोजित भागवत कथा में काशी महराज ने सुनाई कृष्ण-सुदामा के मित्रता की हृदयस्पर्शी कथा
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). द्वारपाल आकर कहता है- हे प्रभु, द्वार पर एक बहुत ही दुबला-पतला, गरीब ब्राह्मण कहा है। उसके सिर पर न तो पगड़ी है और न ही देह पर कुर्ता। न जाने कौन है। कहां घर है। वह फटी-पुरानी धोती पहने हुए है। पैर भी नंगे हैं। वह आपको याद करते हुए अपना नाम सुदामा बता रहा है। कनकनगर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में काशी महराज ने जब श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का वर्णन किया तो सभी की आंखें नम हो गईं और लोग एकाग्रचित्त होकर, बिना हिले-डुले महराजा के मुख से कथा का श्रवण करते रहे।
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मंगलवार की देर शाम काशी महराज ने कृष्ण-सुदामा की मित्रता को समर्पित सवैया – सीस पगा न झगा तन में, प्रभु! जाने को आहि बसे केहि ग्रामा। धोती-फटी से लटी दुपटी, अरु पांय उपानह को नंहि सामा।। द्वार खड़ो द्विज दुर्बल एक, रह्यो चकि सो बसुधा अभिरामा। पूछत दीनदयाल को धाम, बतावत आपन नाम सुदामा।। पढ़कर जैसे ही खत्म किया, श्रोताओं के बीच खामोशी छा गई। लोग एकाग्रचित्त होकर कथा का श्रवण करने लगा। काशी महराज ने आगे कहा- द्वारपाल के मुख से इतना सुनते ही श्रीकृष्ण भगवान बिना चप्पल के ही दरवाजे की तरफ भागे और दरवाजे पर खड़े अपने बाल सखा सुदामा को हृदय से लगा लिया।
इसके बाद- देखि सुदामा की दीन दशा, करुणा करिके करुणानिधि रोए, पानी परात को हाथ छुयो नंहि, नैनन के जल से पग धोए। काशी महराज ने जैसे ही भगवान और मित्रता की महिमा का बखान किया, श्रोताओं की आंखें सजल हो गईं।
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इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता को प्रदर्शित करती उक्त कथा की मनमोहक झांकी भी प्रस्तुत की गई। जिसमें सुदामा दरवाजे पर पहुंचकर अपने आने की जानकारी द्वारपाल को देते हैं। आज की कथा में डा. विशुद्धानंद ब्रह्मचारी जी महराज ने भी भागवत कथा के अंतिम अध्याय का रसपान कराया। कथा के अंत में मुख्य यजमान रामकैलाश सोनी ने सपत्नीक आरती उतारी और पूजा अर्चना की। प्रसादवितरण के साथ कथा का समापन किया गया। इस मौके पर श्रोता के रूप में सुधागुप्ता, रोहित केसरवानी, संतोष, मसुरियादीन वर्मा, शिवकैलाश सोनी, कृष्ण कैलाश, मोहन सोनी, रामायण, संतोष, लल्लू सोनी, कौशलेश समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे। आज हवन-पूजन के साथ कथा का समापन होगा और शामको विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है।