रेल की पटरी पर फना हो गया अधपका प्रेमः नाबालिग प्रेमिका ने प्रेमी संग ट्रेन के सामने लगाई छलांग
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). प्रेमी की न कोई उम्र होती है और न ही जात-पात। यह, रूह की वह आकांक्षा होती है, जो समाज के ताने-बाने से परे होती है। शनिवार को दूसरे पहर उच्च प्राथमिक की एक छात्रा ने अपने प्रेमी के साथ ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। दोनों के मिलने-जुलने पर परिजनों ने दोनों की पिटाई की थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवों को चीरघर भेज दिया है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है, लेकिन यहां जांच का असली विषय यह है कि जिस उम्र में बच्चे खिलौनों से खेलना ज्यादा पसंद करते हैं, उस उम्र में छात्रा अपने हमउम्र के साथ प्रेम कर रही थी, क्या वह उम्र प्रेम के लिए वाकई उचित है। इस पर सोचने की जरूरत है और सबसे ज्यादा बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है।
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प्रेमी युगल की आत्महत्या का यह मामला यमुनानगर के करछना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक करछना के बसरिया का गांव निवासी रूपचंद्र पटेल पुत्र राजेंद्र पटेल गांव के पास स्थित एक ईंट-भट्ठे पर कार्य करता था। बताया जाता है कि गांव की ही एक नाबालिग से उसका प्रेम संबंध शुरू हो गया और दोनों मिलने लगे। इसकी भनक लगने पर दोनों के परिजनों ने आपत्ति जताई और मिलने-जुलने पर रोक लगा दी।
शनिवार को दूसरे पहर स्कूल पढ़ने गई उच्च प्राथमिक कक्षा की छात्रा स्कूल से छूटने के बाद डीएफसी ट्रैक के पास पहुंची। इसी दौरान उसका प्रेमी रूपचंद्र पटेल भी वहां पहुंच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस दौरान दोनों कुछ देर तक बातचीत की। काफी देर बाद उधर से गुजरने वाली एक गाड़ी के सामने कूदकर दोनों ने जान दे दी। दिनदहाड़े ट्रेन के सामने युगल के कूदने की जानकारी होते ही आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग मौके पर पहुंच गए और दोनों के परिजनों को सूचना दी।
युगल के सुसाइड की खबर मिलने पर मुकामी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मौका मुआयनाकर शव को कब्जे में ले लिया। नाबालिग प्रेमिका का माता-पिता का देहांत हो चुका है। वह अपने भाई-बहन के साथ रहती थी और नजदीक के ही स्कूल में पढ़ने जाती थी।