अवध

मकर संक्रांति पर उमड़ने वाली भीड़ को कंट्रोल करने का प्लान तैयार

रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर होल्डिंग एरिया सक्रिय किए जाने पर चर्चा

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). मकर संक्रांति का मुख्य स्नान पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा, लेकिन स्नानार्थियों की भीड़ आज रात से ही जुटने लग जाएगी। अमूमन खिचड़ी अर्थात मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को ही पड़ता है। इसलिए मेला प्राधिकरण के साथ-साथ जिला प्रशासन ने स्नान पर्व के मद्देनजर की गई व्यवस्थाओं को सक्रिय कर दिया गया है। शहर में आने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर भारी वाहनों के लिए नो इंट्री लगा दी गई है।

माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति को सुरक्षित ढंग से पूरा कराने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक भानु भाष्कर की अध्यक्षता बैठक का आयोजन किया गया। मंडलायुक्त सभागार में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री और पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था एवं आपदा प्रबंधन की समीक्षा की। प्रयागराज के विभिन्न रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर भीड़ प्रबंधन के लिए होल्डिंग एरिया विकसित करने पर चर्चा की गई।

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इसके लिए उचित स्पॉट्स चिन्हित कर लोगों को अस्थाई रूप से वहां रोकने की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए। अधिक भीड़ के समय प्रयागराज जंक्शन पर बने हुए चारों होल्डिंग एरिया को एक्टिव करने, रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर अनावश्यक भीड़ को जाने से रोकने के लिए मेला क्षेत्र में लगी विभिन्न एलईडी स्क्रीन पर ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने का सुझाव दिया गया।

वरिष्ठ अधिकारियों ने रेलवे द्वारा बनाए गए कंटीन्जेसी प्लान का भी अवलोकन किया और भीड़ प्रबंधन से संबंधित सभी अंतर विभागीय अधिकारियों की सूची, उनके फोन नंबर सभी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

भीड़ नियंत्रण को 14 स्थान चिह्नितः प्रयागराज शहर में बनाए जा रहे 14 होल्डिंग एरिया की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी नगर को दी गई है। बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की सघन चेकिंग करने एवं मुख्य-मुख्य स्थानों पर पीए सिस्टम के माध्यम से यात्रियों व श्रद्धालुओं को जागरूक करने की व्यवस्था के भी निर्देश दिए गए।

कोविड-19 के दृष्टिगत मास्क धारण करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। इसी क्रम में मेले के सभी 17 प्रवेश द्वारों एवं सभी स्नान घाटों पर कोविड हेल्पडेस्क स्थापित किया गया है।

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मेला क्षेत्र में लगाई गईं 30 एंबुलेंसः श्रद्धालुओं के तात्कालिक उपचार के लिए एंबुलेंस एवं निकटतम अस्पताल के चिन्हीकरण के संबंध में चर्चा करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हर परिस्थिति के लिए मेडिकल रिस्पांस टीम तैयार रखने, स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर बनाने, आपातकालीन स्थिति में ग्रीन कॉरिडोर का प्रयोग करने, स्नान पर्व पर एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने, उन्हें स्ट्रैटेजिक लोकेशन पर खड़े करने के निर्देश दिए गए। इस वक्त मेला क्षेत्र हेतु लगभग 30 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।

सीएमओ को स्नान पर्व से पहले चिकित्सा विभाग का एक रिहर्सल करने, भगदड़ के दृष्टिगत एक कंटीजेंसी प्लान तैयार करने, ठंड, हार्ट, लंग संबंधित बीमारियों की दवा अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिए गए हैं।

आग से बचाव को 14 फायर स्टेशनः अग्नि दुर्घटना से लोगों को बचाने के लिए मेला क्षेत्र में 14 फायर स्टेशन की व्यवस्था की गई है। जल पुलिस द्वारा 50 मोटर बोर्ड एवं 100 नावों की व्यवस्था की गई है, जिनका प्रयोग मेले की सुरक्षा व्यवस्था बनाने में किया जाएगा।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक चंद्रप्रकाश, अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, मेलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान, एसपी मेला समेत तमाम विभागों के अफसरान मौजूद रहे।

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