नाच-गाकर मनाया लोहड़ी का त्योहार, अग्नि को समर्पित किया तिल-गुड़
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर मनाया जाने वाला उत्तर भारत का पर्व लोहड़ी जनपद में धूमधाम के साथ मनाया गया। खासकर पंजाबी और सिख समुदाय के लोगों ने शुक्रवार की रात खुले में आग जलाई और तिल, मूंगफली, रेवड़ी अत्यादि अग्निदेव को समर्पित कर पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश से पहले मनाया जाने वाला यह त्योहार सर्दियों के अंत का भी प्रतीक माना जाता है। यह पर्व घर में किसी नये सदस्य और नई फसल का आगमन के स्वागत के रूप में भी मनाया जाता है।
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यमुनापार के नगर पंचायत शंकरगढ़ में भी शुक्रवार की रात लोहड़ी की धूम देखने को मिली। डा. जगदीश सेठी कहते हैं इस पर्व में नई फसल को भी अग्निदेव को समर्पित किया जाता है और सालभर की सुख-समृद्दि की कामना करते हैं। हालांकि इस दफा मकर संक्रांति की तिथि को लेकर लोगों में उलझन है, क्योंकि मकर संक्रांति का पर्व अक्सर 14 जनवरी को ही पड़ता है, लेकिन इस दफा सूर्य़देव मकर राशि में 14 जनवरी की शाम को प्रवेश करेंगे, इसलिए उदया तिथि के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। शंकरगढ़ कस्बे के सदर बाजार निवासी डा. जगदीश सेठी, विनीत सेठी, आस्था सेठी समेत अपने समुदाय व आसपास के लोगों के साथ लोहड़ी का पर्व नाच-गाकर मनाया।