प्रदूषण से घुट रहा पतित पावनी मां गंगा का दमः विनय कुशवाहा
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विनय कुशवाहा ने माघमेला व कुंभ मेला पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की नई परपंरा का विरोध करते हुए कहा कि गंगा वैसे ही प्रदूषण की मार झेल रही हैं, ऊपर से टनों फूल वर्षा से प्रदूषण और बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कुछ चीजें आस्था विश्वास से जुड़ी हैं, उसी के सहारे लोग संगम की रेती पर खिंचे चले आते हैं, इसलिए आस्था को आस्था ही रहने दिया जाए उसका व्यवसायीकरण न किया जाए।
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विनय कुशवाहा ने कहा, जो सच्चे मन से भगवान की साधना करने संगम की रेती पर आते हैं, एक महीने के लिए अपना घर-परिवार छोड़ कल्पवास करते हैं, दो समय स्नान, एक समय भोजन कर अपने इष्टदेव का मनन करते हैं। वहीँ पूरे देशभर से सच्चे साधु संन्यासी एक माह तक योग-ध्यान-साधना करने आते हैं। ऐसे में हेलीकॉप्टर की गड़गड़ाहट से उनकी साधना में खलल पड़ता हैं और ध्यान भंग होता है।
प्रवक्ता ने कहा, हिंदू ग्रंथावली में ऐसे कई प्रकरण का जिक्र है कि ऋषि-मुनियों की तपस्या में खलल डालने पर उनके कोपभाजन, श्राप के शिकार भगवान व देवता तक हुए हैं और जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद योगी महंत हों तो उन्हें अच्छी तरह पता होगा कि उनकी साधना के समय शांति चाहिए शोरगुल नहीं। तो फिर, हेलीकॉप्टर का चक्कर क्यों लगने दे रहे हैं। इसलिए इस पर रोक लगाई जाए।