‘मेरे भाई आलम को बुला दीजिए’, कहते-कहते निकले झारखंड की सबीना के प्राण
ट्रेन से शिवगढ़ आई थी महिला, दोपहर के वक्त प्यास से व्याकुल महिला ने मांगा था पीने का पानी
प्रयागराज (धीरेंद्र केशरवानी). प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर स्थित शिवगढ़ चौराहा (Shivgarh Bazar) पर सोमवार को दोपहर एक महिला की मौत (Unknown woman died) हो गई। यह महिला प्रयागराज में किसी ट्रेन से उतरी थी और अपने भाई की तलाश में शिवगढ़ चौराहे पर आई थी। प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर स्थित शिवगढ़ चौराहे की पश्चिमी लेन के पीछे वह महिला पहुंची और उसने आसपास की महिलाओं से पानी मांगा और पानी पीते ही उसकी हालत बिगड़ने लगी।
इस दौरान वह बार-बार यही कह रही थी कि ‘मेरे भाई आलम को बुला दीजिए’। आसपास केलोग पूरा माजरा समझ पाते, इससे पहले ही उस महिला के प्राण पखेरू उड़ गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर शव को कब्जे में ले लिया। जैसे ही इस मामले की जानकारी शिवगढ़ में फैली, मृतका का मौसेरा भाई आलम और भाभी भी मौके पर पहुंच गई और मृतका की पहचान सबीना के रूप में की।
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प्राथमिक जानकारी के मुताबिक एक चालीस वर्षीय महिला दोपहर के वक्त किसी साधन से शिवगढ़ पहुंची थी। उसने गुलाबी रंग का सूट पहन रखा था। साधन से उतरने के बाद वह शिवगढ़ में हाईवे के पश्चिमी लेन में स्थित दुकानों के पीछे पेड़ की छांव में जाकर बैठ गई। इसके बाद उसने आसपास की महिलाओं से पीने के लिए पानी मांगा।
जब एक महिला उसके पास पानी लेकर पहुंची तो उसने पानी पीया और शिवगढ़ में ही काम करने वाले अपने भाई आलम को बुलाने की बात कही। इसी दरम्यान उस महिला की तबियत बिगड़ने लगी और देखते ही देखते ही उसके प्राण पखेरू उड़ गए।
इस मामले की जानकारी होती ही घटनास्थल पर स्थानीय लोगों का मजमा लग गया। सूचना पर सोरांव पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि महिला बोलचाल से बिहार की लग रही थी, क्योंकि उसके बहुत सारे शब्द स्थानीय लोगों के समझ में नहीं आ रहे थे। वह दोनों पैर से विकलांग भी थी।
हालांकि, अज्ञात महिला की मौत की खबर जैसे ही शिवगढ़ क्षेत्र में फैली, लोगों कीभीड़ जमा हो गई। इसी भीड़ में मृतका का भाई मोहम्मद आलम (निवासी झारखंड) भी था, जिसने मृतका की पहचान सबीना (45) पत्नी मोहम्मद नसीम के रूप में की। सबीना झारखंड के झाबरगांव की रहने वाली थी। ननद की मौत की सूचना मिलते ही मोहम्मद आलम की पत्नी भी रोते-बिलखते हुए मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को चीरघर भेज दिया है। मोहम्मद आलम ने बताया कि उसकी मौसेरी बहन उससे मिलने के लिए आ रही थी, लेकिन अल्लाह को कुछ और ही मंजूर था।