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गर्मी निचोड़ रही शरीर की एनर्जी, हीट स्ट्रोक से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इस समय के मौसम का हाल देने लायक नहीं है। कहने का मतलब, गर्मी की मार सभी झेल रहे हैं। पंखे की हवा भी आग उगल रही है। कूलर और एसी के सामने राहत जरूर है, लेकिन यह राहत तभी तक है, जब तक आप उसके सामने हैं। हटते ही शरीर पसीना-पसीना हो जा रहा है। यूपी के कई जिलों में हीटस्ट्रोक (heat stroke) से लोगों के काल-कवलित होने की भी खबरें हैं।

मौजूदा समय में जिले का अधिकतम तापमान भी 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा है। विकराल गर्मी के साथ लू का प्रकोप भी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमन के मुताबिक लोगों को हीटवेव (heatweb) से बचाव के प्रति सजग रहना चाहिए। आने वाले दिनों अभी गर्मी के बने रहने के संकेत हैं, लिहाजा बचाव ही सबसे बढ़िया रास्ता है। गर्मी से बचावके लिए जिला प्रशासन ने जनपदवासियों के लिए एडवाइजरी जारी (Advisory issued) की है। एडीएम (वित्त) जगदंबा सिंह की तरफ से जारी एडवाइजरी जारी की गई है।

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हीटवेब की स्थिति में क्या करें और क्या नहींः जब भी अधिकतम तापमान 40-41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाए तो उस स्थिति को हीटवेब या लू कहते हैं। ऐसी दशा में प्यास न लगने पर भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस का घोल, लस्सी, निंबू-पानी, चावल का पानी, छाछ आदि का नियमित अंतराल पर प्रयोग करेत रहें।

हल्की वजन, हल्के रंग के सूती और ढीले कपड़े पहनें। बाहर निकलते समय सिर ढककर रखें और छाता प्रयोग में लाएं। हाथों को साबु और पानी से बार-बार धुलें। अनावश्यक रूप से पूर्वाह्न 11 बजे के बाद से चार बजे बाहर न निकलें। सरकारी और निजी कार्यालयों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों ठंडा पानी रखने की सलाह दी गई है। सीधे धूप में निकलने, ज्यादा श्रम वाले कार्यों को सुबह या शाम के वक्त करने, गर्भवती व श्रमिकों पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी गई है।

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बुजुर्गों और बच्चों पर विशेष ध्यान की जरूरतः तेज गर्मी में वृद्ध, शारीरिक रूप से कमजोर और बीमार पर नजर बनाए रखें। उनके पास एक फोन हमेशा रखें। यदि वह बेचैनी वगर्मी महसूस कर रहे हों तो उनके ठंडक देने का प्रयास करें। शरीर को गीला रखें। नहलाएं और गले के बगल गीला तौलिया रखें। पानी की बोतल भी हमेशा राथ में रखें। इसी तरह छोटे बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाते रहें।

यदि बच्चे के पेशाब का रंग ज्यादा गहरा हो तो समझना चाहिए के बच्चे का शरीर डिहाइड्रेशन की तरफ जा रहा है। धूप में या बाहर खड़े वाहन में बच्चों को कत्तई न छोड़ें। बेहोशी महसूस करने पर तत्काल डाक्टर से संपर्क करें। जानवरों को छाया में रखें और भरपूर पानी पिलाएं। घर के पालतू जानवरों को भी ठंडे में रखें।

आपदा संबंधी हेल्प के लिए इन नंबरों पर करें फोनः आपदा संबंधी हेल्प के लिए इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। एंबुलेंस के लिए 108, पुलिस के लिए 112, राहत आयुक्त कार्यालय के लिए 1070 (टोल फ्री) और जिला आकस्मिक आपरेशन सेंटर के कंट्रोल रूम में 0532-2641577 या फिर 0532-2641578 पर फोन करें।

दूसरी तरफ गुजरात में आए तूफान का असर अब उत्तर भारत में भी देखने को मिलेगा। शुरुआत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एरिया प्रभावित होगा। उसके बाद मध्य यूपी और पूर्वांचल तक इसका असर रहेगा। इस दौरान तेज हवाएं चलने, कहीं-कहीं पर हल्की तो कहीं तेज बारिश के भी आसार बनेंगे।

 

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