बच्चों की प्रतिभा को पहचानने और निखारने की जरूरतः बीईओ
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). विकास खंड शंकरगढ़ के बीआरसी सभागार में पैरेंट्स काउंसिलिंग का आयोजन किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी शिव अवतार और समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक राजीव त्रिपाठी की मौजूदगी में हुई बैठक में बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों से सहयोग की अपील की गई।
अभिभावक काउंसिलिंग का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन करकिया गया। बीईओ ने कहा, बच्चों की प्रतिभा को पहचानना और उसी के अनुरूप उन्हे दिशादेना सबसे महत्वपूर्ण कदम होता है। हर बच्चे में कुछ न कुछ नैसर्गिक प्रतिभा छिपी होती है, जिसे पहचान कर उसे उसी दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए। पढ़ाई-लिखाई से इतर बहुत से बच्चे खेलकूद में प्रदर्शन करते हैं। यदि कोई बच्चा खेलकूद में आगे जाना चाहे तो उसे खेलकूद कापूरा मौका दिया जाना चाहिए।
नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से, रैली को सीएमओ दिखाएंगे हरी झंडी |
खेलकूद समितिः केशवेंद्र सिंह संरक्षक, अनय प्रताप सिंह बने अध्यक्ष |
बांके बिहारी पब्लिक स्कूल के संस्थापक गणेशचंद्र शुक्ल ने अपने जीवनकाल की चुनौतियों से लेकर अब तक के संघर्ष का जिक्रकिया। कहा, असफलताओं से कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। असफलताओं की सीढ़ी बनाओ और आगे बढ़ते जाओ। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा बच्चों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका लाभ बच्चों को मिलना चाहिए।
जिला समन्वयक राजीव त्रिपाठी ने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने, बच्चों की दिनचर्या बनाने और स्कूल से मिलने वाले होमवर्क को चेक करने कीअपील की। स्पेशल एजुकेटर रामसूरत ने बच्चों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र, उपकरण, स्टाइपेंड जैसी सुविधाओं की जानकारीदी। इस मौके पर बीआरसी के स्टाफ शुभांक पांडेय, सचिनमौर्य, वीरेंद्र सिंह, नृपेंद्र सिंह, विजय सिंह, धर्मेंद्र सोनू, सुनील द्विवेदी, अजय सिंह आदि मौजूद रहे।