यमुना नदी में नम आंखों से प्रवाहित किए गए इमामबाड़े का फूल
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). दायरा शाह अजमल इमामबाड़ा नवाब अब्बन साहब मरहूम के अज़ाखाने में रखा ताज़िया व तबर्रुक़ात पर चढ़े फूलों को अश्रुपूरित नेत्रों से यमुना नदी में अलवेदा नौहा पढ़ते हुए प्रवाहित किया गया। क़दीमी रवायत के अनुसार इमामबाड़े के चौथी पीढ़ी के अस्करी अब्बास व पांचवीं पीढ़ी के अर्श अब्बास व अकबर अब्बास गुरुवार सुबह यमुना नदी पहुंचे। नौहों और मातम की सदाओं के साथ नाव से बीच धारा में फूलों और ताज़िया को यमुना नदी की गोदी में समर्पित कर दिया।
नजीब इलाहाबादी ने सब के लिए दुआ की तो शादाब, जमन, अस्करी अब्बास ‘साहिर’, अली रजा रिजवी, शबीह अब्बास रिजवी, असद अली रिजवी, ज़ीशान हैदर, रज़ा, कुमैल, एजाज़, आसिफ रिजवी, दानियाल इलाहाबादी ने पुरदर्द नौहा पढ़ा।
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अंतिम दौर में अजादारीः रविवार को निकलेगा चुप ताज़िया व अमारी का जुलूस |
हातिफ हुसैन के अज़ाखाने से निकला जुलूसः शाहगंज पत्थरगली स्थित इमामबाड़ा स्व. हातिफ हुसैन से नजीब इलाहाबादी के संचालन व क़यादत में अक़ीदत व एहतेराम से जुलूस अलवेदा या हुसैन निकाला गया। रेयाज़ मिर्ज़ा व शुजा मिर्ज़ा ने मर्सिया पढ़ा। मौलाना जरगाम हैदर साहब क़िब्ला ने मजलिस को खिताब किया। ताबूत इमाम हुसैन, ज़ुलजनाह, अलम व ताज़िया भी जुलूस में साथ साथ रहा। अंजुमन हाशिमया, अंजुमन हुसैनिया क़दीम, अंजुमन नक़विया, अंजुमन शब्बीरिया, अंजुमन मज़लूमिया, अंजुमन असग़रिया, अंजुमन मोहाफिज़े अज़ा ने सिलसिलेवार नौहा पढ़ते हुए जुलूस निकाला।
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अंतिम में अंजुमन गुंचा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार सभी तबर्रुक़ात को लेकर सब्जी मंडी स्थित अज़ाखाना स्व असद रज़ा में पहुंचा और जुलूस का समापन किया गया। वापसी में शायर ए अहलेबैत स्व. मोअज्जम पाशा के अज़ाखाने पर देर रात मजलिस को ज़हीर अब्बास ने खिताब किया तो अंजुमन गुंचा ए क़ासिमया ने नौहा पढ़ा। मजलिस व जुलूस में प्रमुख रूप से अदीब रज़ा, नजीब रज़ा, हबीब रजा, जरखेज अब्बास, जैन अब्बास, ज़ीशान, रिज़वान, वजीर हैदर, फारूख, ताबिश सरदार, हाली हैदर, आब्दी भाई, इशत आब्दी, यशब आब्दी, मेंहदी अब्बास, सैय्यद मोहम्मद अस्करी शामिल रहे।
दायरा शाह अजमल में नूह रिजवी के आवास पर मोहम्मद मेंहदी रिजवी की ओर सालाना मजलिस को मौलाना अख्तर हुसैन साहब क़िब्ला ने खिताब किया तो कामरान रिज़वी ने मर्सिया पढ़ा। अंजुमन गुंचा ए क़ासिमया बख्शी बाज़ार के नौहाख्वानों ने पुरदर्द नौहा पढ़ा। मिर्ज़ा अज़ादार हुसैन, ज़फ़र रज़ा, शहंशाह आब्दी, अहसन रजा, अरशद नकवी, आसिफ रिजवी, नजमुल हसन, ज़हीर अब्बास आदि शामिल रहे।