मजिस्ट्रेट ने सार्वजनिक रास्ते से अतिक्रमण हटाने का दिया आदेश
शराब के नशे में धुत दबंगों ने पुलिस व राजस्व टीम के साथ किया था विवाद
वाराणसी. जंसा थाना क्षेत्र के बसवरिया गांव में सार्वजनिक रास्ते पर दबंगों द्वारा अतिक्रमण किए जाने के मामले को जिलाधिकारी एस राज लिंगम ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने एसडीएम राजातालाब गिरीश कुमार द्विवेदी को तत्काल जांच कर कार्यवाही का निर्देश दिया। जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में एसडीएम राजातालाब ने नायब तहसीलदार सेवापुरी प्राची केसरवानी को पुलिस बल के साथ मौके पर भेजकर जांच का आदेश दिया था।
बुधवार को नायब तहसीलदार सेवापुरी प्राची केसरवानी, कानूनगो शिवशंकर चौबे भारी पुलिस बल लेकर बसवरिया पहुंचे। जब पैमाइश की गई तो पाया गया कि गांव के दबंग श्यामसुंदर पाठक, जुगराना पाठक व आशुतोष पांडेय द्वारा सार्वजनिक गली वाले रास्ते पर अतिक्रमण कर रास्ते को बंद कर दिया गया है। जांच बाद नायब तहसीलदार प्राची केसरवानी ने तत्काल प्रभाव से अतिक्रमणकारियों को निर्देशित किया कि वे रास्ते से अतिक्रमण खुद हटा लें, लेकिन अतिक्रमणकारी अतिक्रमण हटाने के बजाय राजस्व टीम व पुलिस के साथ विवाद करने लगे। विवाद के कारण सार्वजनिक रास्ते से अतिक्रमण नहीं हट पाया।
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नायब तहसीलदार प्राची केसरवानी ने बताया कि सार्वजनिक रास्ते पर हुए अतिक्रमण के मामले में एसडीएम राजातालाब को जानकारी दे दी गई है। शीघ्र ही सार्वजनिक रास्ते से अतिक्रमण हटवाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों बसवरिया के कुछ दबंगों ने पत्रकार घनश्याम पाठक के घर आने-जाने वाले रास्ते पर बांस-बल्ली लगाकर रास्ता बंद कर दिया था। इतना ही नही दबंगों द्वारा इंटरलॉकिंग निर्माण-कार्य रुकवाये जाने के मामले में आक्रोशित ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी राजातालाब को ज्ञापन सौंपकर दबंगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी।
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एसडीएम के निर्देश पर राजातालाब के तहसीलदार ने नायब तहसीलदार सुलेख वर्मा के नेतृत्व में पिछले दिनों अवरुद्ध रास्ते को खुलवाने का निर्देश दिया था। वे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचने वाले थे, परंतु नायब तहसीलदार समयाभाव का हवाला देकर मौके पर नहीं पहुंचे। जबकि खुद नायब तहसीलदार ने पिछले रविवार की दोपहर मौके पर पहुंच कर मामले को निस्तारित करने की सूचना दोनों पक्षों को दिया था।
नायब तहसीलदार सुलेख वर्मा की ढुलमुल नीति की वजह से मौके पर बवाल और विवाद हो गया। इस मामले की जानकारी जब ग्रामीणों द्वारा एसडीएम राजातालाब को दी गई तो उन्होंने नायब तहसीलदार सुलेख बर्मा से जांच हटाकर नायब तहसीलदार प्राची केसरवानी को सौंप दी थी। मामले की जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि गांव के पिच रोड से 105 मीटर की सड़क सुरेश पाठक के दरवाजे से पत्रकार घनश्याम पाठक के घर तक गई है। खड़ंजे सड़क पर ग्राम पंचायत की तरफ से इंटरलॉकिंग सड़क बनाई जा रही थी। इसी बीच गांव के दबंग जुगराना पाठक, आशुतोष और श्यामसुंदर पाठक एवं उनके परिजनों की तरफ से खड़ंजे पर बांस-बल्ली लगाकर सड़क निर्माण का कार्य रोक दिया गया गया है।