मानसिक रोगों की पहचान और सजगता जरूरीः अशोक परासर
25 सितंबर तक चलेगा डिमेंशिया जागरुकता सप्ताह
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). मानसिक बीमारियों के प्रति जागरुकता और सजगता नितांत आवश्यक है। बहुत बार ऐसा लगता है कि हम पूरी तरह से स्वस्थ हैं, बावजूद इसके कहीं न कहीं कोई बीमारी या तो पनप रही होती है या हम उसकी गिरफ्त में होते हैं। मानसिक बीमारियों में भी काफी कुछ ऐसा ही होता है। जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ टीम द्वारा आयोजित “डिमेंशिया जागरूकता सप्ताह ” (19 सितंबर से 25 सितंबर) के दूसरे दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डीघ में जागरुकता कैंप का आयोजन किया गया।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके चक के निर्देश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डीघ में आयोजित जागरूकता शिविर में डॉ. अशोक परासर (नैदानिक मनोवैज्ञानिक) ने अल्ज़ाइमर्स, डिमेंशिया, मानसिक रोग पर लोगों को जागरूक किया गया और उपस्थित लोंगो को परामर्श प्रदान किया। उन्होंने इन सभी बीमारियों के लक्षण, इनसे बचने के उपाय और इलाज पर विस्तार से जानकारी दी।
सायकिएट्रिक सोशल वर्कर डा शांति द्वारा जिला परामर्श केंद्र के बारे में जानकारी दी और आईईसी सामग्री वितरित कराई। इस दौरान कुल 65 मरीज पंजीकृत हुए, जिनमें तीन मानसिक अस्वस्थ पाए गए। इस दौरान डॉ. दिनेश सिंह, डॉ. राजीव पाण्डेय, डॉ. शुभांकर और स्टॉफ उपस्थित रहे।