शीतलहर और घने कोहरे के मद्देनज़र प्रशासन अलर्ट, एडवाइजरी जारी

प्रतापगढ़ (हरिश्चंद्र यादव)। जनपद में बढ़ती ठंड और संभावित शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। मौसम विभाग द्वारा 20 और 21 दिसंबर को जनपद को ऑरेंज अलर्ट श्रेणी में रखे जाने के बाद अपर जिलाधिकारी (वित्त) आदित्य प्रजापति ने राहत एवं बचाव संबंधी विस्तृत एडवाइजरी जारी की है।
प्रशासन ने विशेष रूप से निराश्रित, असहाय और कमजोर वर्ग के लोगों को शीतलहर से सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक सावधानियां अपनाने की अपील की है। नागरिकों से कहा गया है कि वे स्वयं को सूखा रखें, ऊनी एवं गर्म कपड़े पहनें, अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और गर्म पानी व पेय पदार्थों का सेवन करें। कपड़ों की कई परतें पहनना शरीर को अधिक गर्म रखने में सहायक बताया गया है।

एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि शीतलहर के दौरान पर्याप्त पानी का भंडारण रखें, क्योंकि अत्यधिक ठंड में पाइपों के जमने की आशंका रहती है। ठंडी हवा से बचाव के लिए यात्रा को न्यूनतम रखने और यदि कपड़े गीले हो जाएं तो तुरंत बदलने की सलाह दी गई है। हाथों को गर्म रखने के लिए दस्तानों की जगह मिट्टन्स का उपयोग अधिक प्रभावी बताया गया है।
प्रशासन ने नागरिकों से मौसम की ताजा जानकारी के लिए रेडियो, टेलीविजन और समाचार पत्रों पर नजर बनाए रखने तथा बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने का आग्रह किया है। नियमित रूप से गर्म पेय लेने और शराब से परहेज करने की सलाह दी गई है, क्योंकि इससे शरीर का तापमान और गिर सकता है।
शीतदंश के लक्षणों को लेकर भी सतर्क किया गया है। उंगलियों, पैरों की उंगलियों, कानों की लोब या नाक की नोक में सुन्नता, सफेदी या पीलेपन को नजरअंदाज न करने को कहा गया है। शीतदंश से प्रभावित हिस्सों की मालिश न करने की चेतावनी दी गई है, क्योंकि इससे स्थिति और बिगड़ सकती है। कंपकंपी को शरीर की गर्मी घटने का शुरुआती संकेत बताते हुए ऐसी स्थिति में तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है।
हाइपोथर्मिया की स्थिति में व्यक्ति को तत्काल गर्म स्थान पर ले जाकर गीले कपड़े बदलने, सूखे कंबल या चादर से शरीर को गर्म रखने और गर्म पेय देने की बात कही गई है। साथ ही शीघ्र चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है।
घने कोहरे को देखते हुए वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने वाहन चलाते समय फॉग लाइट के उपयोग, सड़क चिह्नों का पालन करने और अत्यधिक आवश्यकता न होने पर यात्रा से बचने की अपील की है। हीटर के उपयोग के दौरान उचित वेंटिलेशन बनाए रखने और बिजली व गैस से चलने वाले उपकरणों के इस्तेमाल में सभी सुरक्षा मानकों का पालन करने की भी सलाह दी गई है।
