अवध

देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जारीः विभिन्न मांगों को लेकर कार्य से विरत रहे एलआईसी एजेंट

एक सितंबर से अनवरत चल रहा है देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

पांच सितंबर को भी जनपद की शाखा में किया था विरोध प्रदर्शन

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). एलआईसी एजेंट फेडरेशन आफ इंडिया ज्वाइंट एक्शन कमेटी (लियाफी) के बैनर तले आज एलआईसी एजेंट ने कार्य से विरत रहकर विभिन्न मांगों को लेकर आवाज उठाई। अभिकर्ताओं ने कहा कि आईआरडीए द्वारा लाए जा रहे काले कानूनों की वजह से देशभर के 13 लाख अभिकर्ताओं की रोजी-रोटी पर खतरा मंडरा रहा है। अभिकर्ताओं ने कहा कि जब से एलआईसी का गठन हुआ है उसी समय से अभिकर्ता एलआईसी के साथ तन, मन और धन से जुड़े हुए हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहे हैं।

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दशकों तक अपना सबकुछ न्योछावर करने के बाद  अभिकर्ताओं का आज यह देखना पड़ा रहा है। अभिकर्ताओं ने कहा कि यह किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शनकारी अभिकर्ताओं ने कहा कि एलआईसी एक ऐसा ब्रांड है, जिसकी रीढ़ उसके अभिकर्ता हैं। अभिकर्ताओं की बदौलत ही आज एलआईसी देश के विकास में बड़े-बड़े योगदान दे रही है और जिस अभिकर्ताओं की बदौलत एलआईसी की खड़ी है, उन्ही अभिकर्ताओं को आज  दरकिनार कर उनके हितों को रौंदा जा रहा है, इसे कभी भी स्वीकार नहीं किया जाएगा।

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अभिकर्ताओं ने आईआरडीए के द्वारा लाए जा रहे काले कानूनों को गिनाते हुए इसे तत्काल वापस लेने, अभिकर्ता हितों के साथ-साथ पालिसीधारकों के हितों का भी ध्यान देने की मांग उठाई है। बताते चलें कि एक सितंबर से एलआईसी अभिकर्ता लियाफी के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं। जनपद में पांच सितंबर को भी अभिकर्ताओं ने अपनी आवाज उठाई थी। इस मौके पर शशिकांत राय, शिवशंकर लाल वैश्य, दीपक निगम, प्रदीप चक्रवर्ती, सुजीत प्रकाश यादव (टोनी), विजय शुक्ल, दयाराम मौर्य, विशाल जायसवाल, भानुप्रताप सिंह, राजकुमार जायसवाल के साथ सीबीओ-2 के सभी अभिकर्ता मौजूद रहे।

सिविल लाइंस शाखा के अलावा सीबीओ-3, सीबीओ-4, सीबीओ-5, ट्रांस यमुना नैनी, फूलपुर, हंडिया, प्रतापपुर, कुंडा (प्रतापगढ़), भरवारी (कौशांबी), फतेहपुर, बिंदकी, बांदा, अतर्रा, कर्वी की एलआईसी शाखाओं पर अभिकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर काले कानूनों कोवापस लिए जाने की मांग उठाई।

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