The live ink desk. बांग्लादेश की अपदस्थ पूर्वप्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) सरकार के 17 पूर्व मंत्रियों और नौ पूर्व सांसदों की विदेश यात्रा (foreign visit) पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध ढाका (बांग्लादेश की राजधानी) की एक विशेष अदालत ने लगाया है। मेट्रोपॉलिटन विशेष अदालत के न्यायाधीश मोहम्मद जगलुल हुसैन ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग की अर्जी पर प्रतिबंध का आदेश जारी किया।
ढाका (Dhaka) से प्रकाशित अखबार ‘प्रोथोम अलो’ की रिपोर्ट में बताया गया है कि भ्रष्टाचार निरोधक आयोग के लोक अभियोजक मीर अहमद अली सलाम और महमूद हुसैन जहांगीर ने पूर्व मंत्रियों और पूर्व सांसदों की विदेश यात्रा (foreign visit) पर प्रतिबंध के आदेश की पुष्टि की है।
मीर सलाम के मुताबिक भ्रष्टाचार निरोधक आयोग पिछली सरकार के पूर्व मंत्रियों और विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों के पूर्व सांसदों के खिलाफ अनियमितता व भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है। ऐसी आशंका थी कि जांच के दौरान यहलोग देश छोड सकते हैं, इसलिए इनके विदेश यात्रा पर रोक लगाई गई है।
बताते चलें कि शेख हसीना (Sheikh Hasina) सरकार में संसद की स्पीकर रहीं शिरीन शर्मिन चौधरी (Shirin Sharmin Chaudhary) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को सौंपा है। स्पीकर शिरीन शर्मिन चौधरी ने अपना इस्तीफा शेख हसीना सरकार के पतन के 27वें दिन दिया था।
उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त, 2024 को छात्र आंदोलन के दौरान हुए जन विद्रोह ने शेख हसीना (Sheikh Hasina) को सत्ता छोड़ने केलिए मजबूर करदिया गया था। सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागने के लिए घंटेभर से भी कम वक्त दिया था। इसके बाद राष्ट्रपति ने संसद भंग कर दी थी। इसके बाद आठ अगस्त को अंतरिम सरकार को शपथ दिलाई गई। नोबल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूसुफ को सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया। फिलहाल, बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में हैं।