The live ink desk. 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई। क्रेमलिन में हुई द्विपक्षीय वार्ता में पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के बारे में बात की। कहा, पिछले पांच दशक से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है।
आतंकवाद की निंदा करते हुए नरेंद्र दामोदर मोदी ने कहा कि भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य के लिए शांति बहुत जरूरी है। पीएम ने कहा कि जब मास्को और दागिस्तान में आतंकवादी घटनाएं हुईं, उसका दर्द कितना गहरा होगा, इसकी मैं कल्पना कर सकता हूं। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा, चाहे युद्ध हो, संघर्ष हो, आतंकवादी हमले हों, जब जनहानि का नुकसान होता है तो मानवता में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को दुख होता है, लेकिन जब मासूम बच्चों की हत्या होती है, जब हम मासूम बच्चों को मरते हुए देखते हैं तो हृदय छलनी हो जाता है। वह दर्द बहुत भयानक होता है। इस पर मैंने आपसे (व्लादिमीर पुतिन) विस्तृत चर्चा भी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते पांच साल पूरी दुनिया, मानव समाज के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण थे। हमें कई समस्याओं से गुजरना पड़ा। पहले कोविड के कारण और बाद में विभिन्न हिस्सों में संघर्ष और तनाव के कालखंड ने मानव जाति के लिए कई समस्याएं पैदा कीं। ऐसी स्थिति में भी, जब दुनिया खाद्य-ईंधन-खाद संकट से गुजर रही थी, भारत-रूस मित्रता और सहयोग के कारण मैंने अपने देश के किसानों को उर्वरक (फर्टलाइजर) का संकट नहीं होने दिया।
मोदी ने कहा, हमारी दोस्ती (भारत-रूस) ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। हम किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम चाहेंगे कि आने वाले दिनों में भी किसानों के हित में रूस के साथ हमारा सहयोग और आगे बढ़े।
राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत में नरेंद्र मोदी ने कहा, शांति बहाली के लिए भारत हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है। मैं विश्व समुदाय को आश्वस्त करता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है। कल मेरे मित्र पुतिन को शांति के बारे में बात करते हुए सुनकर मुझे आशा मिली। बीते एक दशक में हम 17 बार मिल चुके हैं। पिछले 25 वर्षों में हमारी लगभग 22 द्विपक्षीय बैठकें हुई हैं।
इसके पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मास्को में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। वीडीएनकेएच प्रदर्शनी केंद्र में एटीओएम मंडप का दौरा किया। इस दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मौजूद रहे।
नरेंद्र मोदी को रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
दो दिनी रूसी यात्रा के दौरान प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान से नवाजा गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी को क्रेमलिन के सेंट एंड्रयू हॉल में आयोजित एक विशेष समारोह में, रूस के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से सम्मानित किया। इस पुरस्कार की घोषणा 2019 में की गई थी।
इस पुरस्कार स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे भारत के लोगों और भारत व रूस के बीच मित्रता के पारंपरिक बंधन को समर्पित किया। उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मान दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को प्रदर्शित करता है। ‘द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ पुरस्कार की शुरुआत 300 साल पहले हुई थी। नरेंद्र मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय हैं।