The live ink desk. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मणिपुर की स्थाई शांति का रोडमैप तैयार है। हाल के समय में कुछ घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं के मूल में भारत-म्यांमार (Bharat-Myanmar) सीमा है। बार्डर पर फेंसिंग लगाने का कार्य किया जा रहा है। बीते 100 दिन के दौरान 30 किलोमीटर के एरिया में फेंसिंग का कार्य पूरा हो चुका है।
अमित शाह ने कहा, नार्थ ईस्ट की 1500 किलोमीटर की सीमा का बजट आवंटित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त म्यांमार (Myanmar) के साथ आवाजाही संबंधी समझौता एकतरफा रद्द कर दिया गया है। अब केवल वीजा के आधार पर ही भारत आने की अनुमति दी गई है। अमित शाह केंद्र सरकार के 100 दिन पूरे होने पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
अमित शाह ने कहा, मणिपुर की हिंसा नस्लीय है। इसे रोकने के लिए दोनों समुदायों कुकी और मैतई के साथ बातचीत चल रही है। मणिपुर में केंद्रीय सुरक्षा बलों की रणनीतिक तैनाती का कार्य भी पूरा हो चुका है। राज्य में लोगों को आवश्यक वस्तुओं को कमी से असुविधा न हो, इसलिए सुरक्षा बलों से जुड़ी दुकानों और अन्य दुकानों पर भी जरूरत का समान पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
मणिपुर वासियों के लिए खुले 16 नये केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार
The live ink desk. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के लोगों के लिए सस्ते दामों पर सामान उपलब्ध कराने के लिए एक नई पहल की है। गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस नई पहल की जानकारी दी है।
अमित शाह ने एक्स पर लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिपुर के लोगों को सस्ते दामों पर सामान उपलब्ध कराने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की गई है।
17 सितंबर से आम लोगों के लिए केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार खुल जाएंगे। मौजूदा समय में 21 कल्याण भंडार चल रहे हैं। इसके अलावा 16 नये भंडार जल्दी ही खोले जाएंगे। फिलहाल, इन 16 नये भंडारों में आठ घाटी में खोले जाएंगे, जबकि बाकी के आठ पहाड़ों पर खोलने की तैयारी चल रही है।
कुल मिलाकर पूर्वोत्तर राज्यों में अनवरत मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास की कड़ी में यह फैसला मणिपुर के लोगों के लिए लिया गया है। बीते कुछ महीनो से मणिपुर किसी न किसी कारण चर्चा में बना रहा है।