प्रयागराज (आलोक गुप्ता). कौंधियारा, जारी के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी ने शराब माफियाओं पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। पत्नी का आरोप है कि 13 जुलाई की रात (8.30 से नौ बजे के बीच) शराब माफियाओं ने जान लेने की नीयत से राजेंद्र प्रताप सिंह की बाइक में कार से टक्कर मारी थी।
पत्नी ने देरी से तहरीर देने का कारण भी स्पष्ट किया है। कौंधियारा पुलिस ने सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि 13 जुलाई की रात वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सिंह (जारी) गंभीर रूप से घायल अवस्था में सड़क के किनारे पड़े मिले थे। जानकारी होने पर घायल राजेंद्र प्रताप सिंह को स्थानीय अस्पताल ले जाया गय। प्राथमिक उपचार के बाद शहर स्थित पार्वती हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।
पार्वती हास्पिटल में दो दिन चले उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान 21 जुलाई को राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ पिंटू सिंह का निधन हो गया।
बुधवार, 31 जुलाई को स्व. राजेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी ने कौंधियारा थाने पर तहरीर दी है। आरोपित किया है कि 13 जुलाई की रात जब राजेंद्र प्रताप सिंह घर वापस लौट रहे थे, उस समय वह पत्नी से बातचीत कर रहे थे। बातचीत के दौरान ही राजेंद्र प्रताप सिंह ने कपड़ा व्यवसाई विकास गुप्ता उर्फ शालू गुप्ता और शराब व्यवसायी विष्णु गुप्ता की कार उनका पीछा करने का जिक्र किया था। बातचीत के दौरान ही राजेंद्र प्रताप सिंह का फोन कट गया।
कुछ देर बाद किसी और के द्वारा पत्नी को पता चलता है कि उनके पति राजेंद्र प्रताप सिंह का एक्सीडेंट हो गया है। पत्नी किरन सिंह का आरोप है कि यह सड़क दुर्घटना नहीं है, बल्कि सोची-समझी साजिश के तहत हत्या की गई है। टक्कर मारने वाली कार को स्थानीय लोगों ने भागते हुए देखा था। इलाज और निधन के पश्चात क्रिया-कर्म में प्रार्थनापत्र देने में देरी हुई है।