बरसात से खेतों में लौटी रौनक, वज्रपात की चपेट में आई दुधारू भैंस
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). मौसम की मार झेल रहे किसानों को भादौं की बरसात ने बड़ी राहत प्रदान की है। शनिवार को रुक-रुककर कई चक्र में हुई बरसात के दौरान वज्रपात भी हुआ, जिसकी चपेट में आने से एक भैंस की मौत हो गई।
इस वर्ष मौसम का हाल बहुत ठीक नहीं रहा है। शुरुआत में किसानों को पानी मिला, लेकिन उसके बाद बादलों से आसमान खाली हो गया। हालांकि यदा-कदा छिटपुट बरसात से राहत मिलती रही, लेकिन धान की खेती के लिए जितनी मात्रा में बरसात होनी चाहिए थी, वह कभी नहीं हुई। इस दौरान किसानों ने किसी तरह खरीफ की फसलों जिंदा बचाए रखा।
इधर, एक सप्ताह से मौसम में आए बदलाव ने एक बार फिर किसानों को बड़ी राहत प्रदान की। धान की पीली पड़ रही पौध में फिर से हरियाली दिखने लगी है। फसलों की बढ़त को बनाए रखने और रोगों से बचाने के लिए किसान भाई भी यूरिया, जिंक के अलावा कीटनाशकों का छिड़काव करते दिख रहे हैं, साथ ही निराई भी जारी है।
विजईमऊ गांव में अधेड़ की हत्या, आटा चक्की में मिला रक्तरंजित शव |
गैंगरेप का नामजद अभियुक्त नारीबारी रोड से गिरफ्तार, तीन साल से था फरार |
दूसरी तरफ शनिवार को हुई बरसात के दौरान वज्रपात से एक भैंस की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक शंकरगढ़ क्षेत्र के विकास खंड शंकरगढ़ के ओसा गांव निवासी किसान महेंद्र सिंह दोपहर में अपनी भैंस को चराने ले गए थे। वापस लौटने के बाद खलिहान में एक पेड़ के नीचे भैंस बांध दी। इसी दौरान बरसात होने लगी और बादलों की गड़गड़ाहट शुरू हो गई।
जब तक महेंद्र सिंह कुछ समझ पाते, पेड़ के नीचे बांधी गई दुधारू भैंस के ऊपर आकाशीय बिजली गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। भैंस की मौत से किसान के घर के लोग गमगीन हो गए। महेंद्र सिंह द्वारा इसकी सूचना तत्काल तहसील प्रशासन को दी गई। जिस पर हल्का लेखपाल ने आकर मौका मुआयना किया। पशु चिकित्सक ने भैंस का पोस्टमार्टम किया।
‘आत्महत्या से नहीं निकलेगा कोई समाधान, अलबत्ता घरवाले होंगे परेशान’ |
लोक अदालतः रिकार्ड 199902 वाद निस्तारित, फौजदारी के भी 25181 वाद निपटाए गए |