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डा. पीएस दुबे ने एक साथ किया दोनों कूल्हों का सफल प्रत्यारोपण

ख्याति प्राप्त आर्थो सर्जन डा. पीएस दुबे के प्रयास से भरत लाल के जीवन में लौटी खुशियां

भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). ख्यातिप्राप्त आर्थो सर्जन डा. पीएस दुबे द्वारा भदोही नगर के प्रतिमा हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में एक ही समय में 30 वर्षीय युवक के दोनों कूल्हों का सफल प्रत्यारोपण कर चिकित्सा क्षेत्र में एक नया आयाम हासिल किया है।

नगर के मर्यादपट्टी निवासी भरतलाल विश्वकर्मा पुत्र शिवनाथ के दोनों कूल्हों में पिछले काफी समय से असहनीय दर्द की शिकायत बनी हुई थी। कूल्हों में आई खराबी के चलते भरतलाल पूरी तरह से विकलांग जैसी स्थिति में पहुंच गया था। भरतलाल की इस पीड़ा को देख परिजनों द्वारा आसपास के विभिन्न अस्पतालों में उपचार कराया गया, लेकिन कहीं पर कोई सफलता नहीं मिली। अंत में प्रतिमा हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में डा. पीएस दुबे ने कूल्हों में दर्द के शिकायत की जांच और सही स्थिति जानने के लिए एमआरआई कराई गई।

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जांच रिपोर्ट में दोनों कूल्हों में खराबी पाई गई। कूल्हे काम नहीं कर रहे थे। इतनी कम उम्र में भरतलाल के दोनों कूल्हे खराब होने से चिंतित परिजन के चेहरों पर उस वक्त मुस्कान आई, जब जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन डा. पीएस दुबे द्वारा युवक के दोनों कूल्हों का आपरेशन एक ही समय में किया। एक साथ प्रत्यारोपण करने के बाद आराम मिलने पर भरतलाल को खड़ा करके चलाया गया। इसके बाद ऐसा लगा जैसे भरतलाल को नई जिदंगी मिल गई हो।

डा. पीएस दुबे ने बताया कि इस आपरेशन में बोन कोमेर्ट  का प्रयोग नहीं किया जाता है, क्योंकि मरीज की उम्र कम होती है। इसलिए इसमें विदेशी कंपनी जीमर का प्रयोग किया जाता है और कटोरी को बदल कर आर्टिफिशियल कूल्हा को स्क्रूप के जरिए लगा दिया जाता है। इससे मरीज को आने वाले समय में भी कूल्हों से संबंधित परेशानी नहीं रहती है। गौरतलब हो कि पूर्वांचल में जोड़ प्रत्यारोपण के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुके आर्थो सर्जन डा. पीएस दुबे द्वारा इस तरह के कई और सफल आपरेशन किए जा चुके हैं।

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