प्रयागराज (आलोक गुप्ता). माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके बेटे अली अहमद (Ali Ahmed) समेत 13 लोगों के खिलाफ धूमनगंज पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में तहरीर साबिर हुसैन पुत्र स्व. अख्तर हुसैन (निवासी जाफरी कालोनी, धूमनगंज) की तरफ से दी गई है। वैसे तो यह प्रकरण चार वर्ष पुराना है। पर, उमेशपाल हत्याकांड से महज नौ दिन पहले भी अतीक गैंग के गुर्गों ने साबिर के घर पहुंचकर जबरिया गुजरात ले जाने लगे और एक करोड़ रुपये गुंडाटैक्स मांगा था।
साबिर हुसैन की तरफ से धूमनगंज पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 307, 386, 286, 504, 506, 120-बी के तहत केस दर्ज किया है। 11 अप्रैल को दर्ज हुई एफआईआर में अतीक अहमद, अली अहमद (अतीक अहमद का पुत्र), असलम मंत्री (अतीक अहमद का चचेरा भाई) असाद कालिया, शकील, शाकिर, सबी अब्बास, फैजान, सैफ, नामी, अफ्फान, महमूद, माऊद को आरोपी बनाया गया है।
साबिर हुसैन के द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक 14 अप्रैल, 2019 को दोपहर के वक्त वह अपनी मां अफरोजजहां पत्नी अख्तर हुसैन (निवासी चकिया, कसारी-मसारी) के घर पर था। उसी दौरान अहमद अहमद का बेटा अली अहमद, अतीक का चचेरा भाई असलम मंत्री, असाद कालिया, शकील, शाकिर, सबी अब्बास, फैजान, सैफ, नामी अफ्फान, महमूद, माऊद आदि उसके दरवाजे पर पहुंचे और उसे बाहर बुलाया। बाहर निकलने पर अतीक के चचेरे भाई असलम मंत्री ने फोन देते हुए अतीक अहमद से बात करने को कहा, मना करने पर अली अहमद व असलम मंत्री ने कनपटी पर तमंचा सटा दिया।
इस दौरान उससे जिंदा रहने के लिए एक करोड़ रुपये का गुंडाटैक्स भी मांगा गया। विरोध पर आरोपियों ने उसके ऊपर ताबड़तोड फायरिंग शुरू कर दी। किसी तरह साबिर हुसैन वहां सेजान बचाकर भा निकला। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध है। इसके बादआए दिन उसे धमकी दी जाती रही।
इसी दौरान उमेश पाल हत्याकांड के दिन (24 फरवरी, 2023) से महज नौ दिन पहले 15 फरवरी को शाम साढ़े सात बजे असलम मंत्री व असाद कालिया उसके घर पहुंचे और गुजरात चलने के लिए दबाव बनाने लगे। मना करने पर उक्त लोगों ने प्रताड़ित किया और फिर से एक करोड़ रुपया की मांग की।
साबिर हुसैन के मुताबिक वह भयवश इस मामले की शिकायत करने से कतराता रहा। इधर, योगी राज में अतीक अहमद के खिलाफ लगातार की जा रही कार्यवाही को देख वह भी थाने जाने की हिम्मत जुटा पाया।