The live ink desk. पूर्वी ईरान के तबास में एक कोयला खदान में हुए विस्फोट में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई है। इस विस्फोट का कारण मीथेन गैस का लीक होना बताया जा रहा है। ईरान की सरकारी मीडिया ने इस हादसे की पुष्टि की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खदान के दो ब्लाकों में मीथेन गैस के रिसाव के कारण यह विस्फोट हुआ है। गौरतलब है कि यह खदान ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 540 किलोमीटर दूर खुरासान प्रांत में है। ईरान के स्थानीय समय अनुसार यह विस्फोट शनिवार को रात 9:00 बजे (भारतीय समय अनुसार रात 11:00 बजे के आसपास) हुआ है।
दक्षिण खुरासान के गवर्नर जवाद घेनातजादेह ने कहा है कि विस्फोट के समय ब्लॉक में 69 कर्मचारी मौजूद थे। हालांकि, अभी भी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि कितने लोग अभी जीवित हैं और कितने खदान के अंदर फंसे हुए हैं।
समाचार एजेंसी राइटर्स के मुताबिक ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने मृतकों के परिवार वालों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। ईरानी राष्ट्रपति ने सरकारी टीवी पर प्रसारित एक वीडियो में कहा, मैंने मंत्रियों से बात की है। हम इस मामले पर नजर रखे हुए हैं।
अलजजीरा के मुताबिक ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने के लिए न्यूयॉर्क जाने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने कहा, खदान में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने और पीड़ित परिवारों की मदद करने के आदेश दिए गए हैं। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने भी इस हादसे में 51 लोगों के मरने की पुष्टि की है।
आईआरएनए के मुताबिक तबास खदान 30000 वर्ग किलोमीटर (तकरीबन 11600 वर्ग मील) से अधिक क्षेत्र में फैली हुई है। यह ईरान की सबसे बड़ी और सबसे समृद्ध खदान मानी जाती है। हादसे के बाद खदान में मीथेन गैस जमा होने के कारण राहत-बचाव कार्य में मुश्किल पेश आ रही है।