Hapur massacre: चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए दिनदहाड़े की थी कैदी लाखन की हत्या
हापुड़ (the live ink desk). हरियाणा से पेशी पर आए कैदी लाखन (Prisoner Lakhan) की दिनदहाड़े की गई हत्या (murdered in broad daylight) का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। थाना हापुड़ नगर (Hapur City) और एसओजी (SOG) की टीम ने चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला कि मुख्य साजिशकर्ता सचिन ने अपने चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए हापुड़ में दिनदहाड़े कैदी लाखन की हत्या कर दी थी। पुलिस ने चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पिस्टल, तीन तमंचा, पल्सर बाइक और ब्रेजा कार बरामद की है।
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बताते चलें कि 16 अगस्त को हरियाणा की फरीदाबाद पुलिस (Haryana Faridabad Police) के सब इंस्पेक्टर विजय सिंह, हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश, कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, संदीप कुमार, दीपक व चालक राजू फरीदाबाद की नीमका जेल से कैदी लाखन पुत्र मुनी पाल (निवासी अनंगपुर, सूरजकुंडा, फरीदाबाद) को एक मामले में पेशी पर लेकर हापुड़ आए थे। लाखन के खिलाफ हापुड़ के धौलाना जनपद में धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 34 का केस दर्ज है। इसका मुकदमा एफटीसी (द्वितीय) में चल रहा है।
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16 को जैसे ही पुलिस टीम लाखन को लेकर हापुड़ कचहरी पहुंची, उस समय हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर लाखन को मौत की नींद सुला दिया। इस हमले में हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश भी घायल हो गया था। दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड को चुनौती के रूप में लेते हुए हापुड़ पुलिस ने सचिन उर्फ सच्चे पुत्र देवेंद्र, मनीष चंदेला उर्फ मन्ना पुत्र चंद्रपाल, सत्येंद्र उर्फ भोलू पुत्र जिले सिंह और अमित उर्फ काले उर्फ ऐम्मी पुत्र सुरेंद्र को गिरफ्तार किया है। सभी लोग हरियाणा के फरीदाबाद जिले के रहने वाले हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में हापुड़ थाने के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांडेय, स्वाट टीम प्रभारी विनोद कुमार पांडेय, इंस्पेक्टर धारा सिंह, दरोगा अजीत सिंह पूरी टीम के साथ शामिल रहे।