आवारा मवेशियों से किसान परेशानः जलेसरगंज-डेरवा मार्ग पर लगाया जाम
जामस्थल पर पहुंचे उपजिलाधिकारी, आश्वासन देकर खोलवाया रास्ता
आधा दर्जन से अधिक गांवों के किसान कई दिनों से कर रहे थे शिकायत
प्रतापगढ़ (हरिश्चंद्र यादव). खेती-किसानी के सीजन में आवारा मवेशियों से परेशान किसानों के सब्र का बांध मंगलवार को टूट गया। आधा दर्जन से अधिक गांवों के किसानों ने जलेसरगंज-डेरवा मार्ग पर (पुरवारा के आगे) जाम लगा दिया। कंभीट गांव के सामने जाम की सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी लालगंज मौके पर पहुंचे और मवेशियों को अन्यत्र भेजवाने का आश्वासन देकर शांत कराया। समाचार लिखे जाने तक कई दर्जन मवेशियों को बीरबल और पहाड़पुर स्थित गोशाला में शिफ्ट किया जा चुका था।
ग्रामसभा धारूपुर, पुरवारा व आसपास की ग्राम पंचायतों में इन दिनों आवारा मवेशियों कीसमस्या बढ़तीजा रही थी। इससे परेशान किसानों ने दिन-रात एक कर मवेशियों को कंभीट स्थित एक बंद पड़े कालेज परिसर में एकत्र किया और इसकी सूचना तहसील प्रशासन को दी। तहसील प्रशासन ने सोमवार को आने का आश्वासन दिया, पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इधर, कालेज परिसर में रोके गए 400 से अधिक मवेशियों को लेकर किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही थी।
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तहसील प्रशासन की बेरुखी से परेशान कंभीट, पुरवारा, गंगा राम का पुरवा, मरक्खन का पुरवा, भगवानदीन का पुरवा, शिवलाल सिंह का पुरवा, पूरे फत्ते सिंह, बीरबल के लोगों का धैर्य जवाब दे गया और लोगों ने पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे कंभीट गांव के सामने जाम लगा दिया। जाम की सूचना होते ही लालगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुरवारा के प्रधान रमाशंकर पटेल, प्रधान प्रतिनिधि सोनू तिवारी, पूर्व प्रधान ललित कुमार उपाध्याय आदि मौके पर पहुंच गए। एसआई राजेश ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, पर बात नहीं बनी।
अंततः एसडीएम लालधर यादव भी मौके पर पहुंचे और कालेज में चार दिन से कैद मवेशियों की हालत को देखते हुए तत्काल प्रभाव से मवेशियों को अन्यत्र भेजे जाने का आदेश दिया। इसके पश्चात जिला पंचायत के मिनी ट्रक से मवेशियों को गोशाला भेजे जाने की कार्यवाही शुरू हुई। मवेशियों को भेजे जाने की कार्यवाही शुरू होने के पश्चात लगभग साढ़े बारह बजे जाम खुला।
बताते चलें कि आसपास के गांवोंमें रात के वक्त घूमने वाले आवारा मवेशियों को लोगों ने कंभीट स्थित उक्त बंद कालेज में बंद कर दिया था और उनके बाहर निकलने का रास्ता बंद कर पहरा बैठा दिया गया था। फिलहाल, अब एक-दो दिन में सभी मवेशियों को गोशाला में शिफ्ट कर दिया जाएगा।