जौनपुर (गौरव मिश्र). शाहगंज थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह साढ़े नौ बजे बाइक सवार बदमाशों ने पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी। इमरानगंज बाजार में सरेआम हुई हत्या की खबर लगते ही हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही मुकामी पुलिस केसाथ उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। लोगों केरोष को देखते हुएपुलिस ने शव को चीरघर भेजवाया।
इस प्रकरण में क्षेत्राधिकारी शाहगंज अजीत सिंह चौहान का कहना है कि सोमवार सुबह आशुतोष श्रीवास्तव को गोली मारने की सूचना मिली। आशुतोष के परिजन ही घायल को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज गए, जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। शव को चीरघर भेजने के साथ मामले में तहरीर के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। अज्ञात हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों को रवाना किया गया है।
जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के सबरहद ग्राम निवासी आशुतोष श्रीवास्तव (45) पेशे से पत्रकार थे। इन दिनों वह भाजपासे भी जुड़ गए और लोकसभा चुनाव में काफी सक्रियता से अपनी पहचान बना रहेथे। सोमवार की सुबह वह घर से बुलेट से स्थानीय बाजार जा रहे थे। जौनपुर-शाहगंज मार्ग पर स्थित इमरानगंज बाजार के पास ही अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। सरेआम हुई हत्या की खबर जैसे ही क्षेत्र में पहुंची, घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई।
आशुतोष के परिजन भी मौके पर आ गए। उन्हे सीएचसी शाहगंज ले जाया गया, पर कोई फायदा नहीं हुआ। पत्रकार व भाजपा नेता की हत्या की सूचना मिलने पर उच्चाधिकारियों के साथ शाहगंज विधआयक रमेश सिंह समेत अन्य भाजपाई भी मौके पर पहुंच गए। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कोलेकर लोगों में खासा रोष है।
इस हत्याकांड के बाद इमरानगंज बाजार की दुकानें बंद हो गईं। बताया जाता है कि बदमाश पीछे से आए थे और आशुतोष को ओवरटेक कर रोका था। ताबड़तोड़ कई राउंड फायरिंग से आशुतोष घटनास्थल पर ही गिर पड़े। फिलहाल पुलिस स्थानीय बाजार में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है।
बताया जाता है कि आशुतोष श्रीवास्तव माहभर पहले ही सीओ शाहगंज और थाना प्रभारी शाहगंज से जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी, पर पुलिस ने गुहार पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसका परिणाम यह हुआ कि सोमवार सुबह ही उनकी हत्या हो गई। स्थानीय लोग व परिजन इस बात से भी काफी नाराज हैं कि जब माहभर पहले ही अनहोनी की आशंका व्यक्त की गई थी तो पुलिस ने इस संवेदनशील मसले पर ध्यान क्यों नहीं दिया। फिलहाल, शाहगंज पुलिस की इस लापरवाही को लेकर लोगों में खासा रोष है।
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